इंदौर। महेंद्र बाफना सिर्फ नाम नही है बल्कि वो जमाने का सितारा है जिस जमाने मे पत्रकारिता में ना तो फोन होता था ना मोबाइल और ना ही कार और कोई दोपहिया वाहन क्योंकि ये सब आम आदमी और पत्रकारों के लिए किसी खजाने से कम नही होता था बावजूद इसके एक शख्स जिसने कलम को नस – नस में समा रखा था हा ये बात जरूर है कि फील्ड में कलम का उपयोग ना करने वाले एकमात्र पत्रकार थे महेंद्र बाफना क्योंकि हर घटना, दुर्घटना या राजनीतिक इवेंट की जानकारी अपने दिमाग मे रखकर वो रिपोर्टिंग करते थे। ये साफ था कि दिमाग उनका इतना तेज था कि उन्होंने एक अखबार को पहचान दी और उसी से अपनी पहचान भी बनाई। इंदौर के वो एक ऐसे पत्रकार थे जो ना सिर्फ दिन में बल्कि रात में भी सक्रिय थे स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद भी। आज अचानक एक ऐसा हादसा हुआ कि वो काल के गाल में समा गए। बताया जा रहा है कि पिपलियाहाना चौराहे पर ट्रक ने जोरदार टक्कर मारी जिसके बाद उन्हें एम.वाय. लाया गया जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। एम.वाय. में सूचना मिलते ही स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, जीतू पटवारी सहित अनेक नेता तथा उनके शुभचिंतक पहुंच गए। स्वयं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी जानकारी मिलते ही एक ट्वीट कर अपनी संवेदना प्रकट की उन्होंने लिखा कि महेंद्र बाफना जी का एक वाहन दुर्घटना में दुखद निधन का समाचार बेहद स्तब्ध करने वाला है।
परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणो में व पीछे परिजनो को यह असहनीय दुःख सहन करने का संबल प्रदान करे। ना सिर्फ सीएम बल्कि विपक्षी पार्टी के राजनेताओं ने भी दुःख जताया। एम.पी. ब्रेकिंग न्यूज़ भी बापू याने महेन्द्र बाफना के हौंसलो को सलाम कर उनकी आत्मा की शांति की कामना कर उन्हें सलाम करता है क्योंकि अरसो बाद ऐसा हीरा मिलता है जो कई हीरो के बीच में अपनी एक अलग चमक छोड़ता है। बापू याने महेंद्र बापना की अंतिम यात्रा दिनांक 12 फ़रवरी को प्रात: 11:00 बजे उनके निज निवास 18 समृद्धि पार्क, स्कीम नं. 140 गेट नं 1 के सामने से निकल कर रीजनल पार्क मुक्तिधाम जाएगी।