इंदौर, आकाश धोलपुरे। आपने अक्सर सड़को पर राजस्थानी पगड़ी में भेड़ और बकरियों को चराते हुए चरवाहों को देखा होगा। दरअसल, खबर की शुरुआत के पहले इस बात का जिक्र करना इसलिए जरूरी हो गया है क्योंकि बकरियों को चराना ही दो बच्चों को भारी पड़ गया और अब दोनों ही बच्चे अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे है।
दरअसल, पूरा मामला इंदौर (Indore) की महू तहसील के किशनगंज थाना क्षेत्र का है। जहां की हेमा रेंज में बकरी चराने गए दो बच्चे लावारिस हालात में पड़े बम फटने से घायल हो गए। बम फटने की घटना मंगलवार शाम 5 बजे की बतायी जा रही है। बताया जा रहा है कि राजस्थान से चरवाहे का काम करने आये एक परिवार के दो बच्चे बकरी चराने गए थे और इसी दौरान बकरी का पैर अचानक लावारिस हालत में पड़े बम पर रखा गया जिसके कारण विस्फोट हुआ और दोनों बच्चे गम्भीर रूप से घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल बच्चो के नाम 9 वर्षीय लखन और 12 वर्षीय हीरालाल बताये जा रहे है।
बता दे कि हेमा रेंज में जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है लेकिन अनभिज्ञता के चलते दोनों बच्चे हेमा रेंज के अंदर बकरी चराते – चराते चले गए। इसी दौरान अचानक से बम फट गया और दोनों बच्चो के पैर सहित शरीर के अन्य अंगों पर गंभीर चोटे आई है। गंभीर रूप से घायल बच्चो के मामा नानूराम ने बताया कि सबकुछ इतना अचानक हुआ कि उन्हें इल्म ही नही था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद दोनों को इलाज के लिए इंदौर (Indore) लाया गया है। फिलहाल, दोनों बच्चो इलाज एम.वाय. अस्पताल में जारी है जहां दोनों बच्चो की हालत नाजुक बताई जा रही है।
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Amit Sengar
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वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”