इंदौर,आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश सहित समूचे भारत की पुलिस याने खाकी पर कई दफा सवाल उठते हुए आये है लेकिन कुछ दफा ऐसा भी होता है जो एक नजीर के रूप में पुलिस के बेहतरीन चेहरा सामने लाता है। दरअसल, हम बात कर रहे मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) की जहां पुलिस का एक नायाब चेहरा सामने आया है। जी हां अब इंदौर में विजय नगर पुलिस (vijayanagar police) की जय हो (Jai ho) रही है क्योंकि यहां पुलिस ने जय हल्दे नामक एक डिलेवरी बॉय के लिये ऐसा कुछ किया कि अब विजय नगर पुलिस और उसके थाना प्रभारी तहजीब काजी की तहजीब अब चर्चाओं में है।
बता दें कि स्मार्ट और हाईटेक हो रही इंदौर पुलिस के काबिल अफसर तहजीब काजी हर रोज रात्रि गश्त के दौरान जोमाटो के डिलेवरी बॉय जय हल्दे नामक युवक को साईकिल की सवारी कर लोगो के घरोपर फ़ूड डिलेवरी करते देखते थे। एक रात को उन्होंने जय की वीडियो बनाई और उसकी माली हालत जानी जिसके बाद खुद थाना प्रभारी ने उसे मदद का ऑफर दिया। इसके बाद जय अपने काम पर लग गया लेकिन उसे पता नही था कि उसके साथ क्या होने वाला है।
दरअसल, जय हल्दे नामक युवक इंदौर के मालवीय नगर में रहता है और उस रात को उसने पुलिस को बताया कि परिवार चलाने के लिए साईकिल पर सवार होकर उसे फ़ूड डिलेवरी के लिए जाना पड़ता है और साईकिल पर काम करने के चलते वो केवल 200 से 300 रुपये रोज ही कमा पाता है। उसने विजय नगर थाना प्रभारी को बताया कि उसकी माँ खाना बनाने जाती है और पिता दूसरे शहर में काम करते है। वही घर की गुजर बसर करने के लिए वो भी अपनी तरफ से मेहनत करता है। इस दौरान जय ने पुलिस को बताया कि वो लोन लेने की हालत में नही है ऐसे में वो बाइक नही खरीद सकता है।
विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी ने जब युवक की जिंदादिली और जज्बे की बात सुनी तो उन्होंने उसकी मदद करने की ठानी। इसके बाद उन्होंने अपने स्टॉफ के हर पुलिसकर्मी से आग्रह कर अपनी एक दिन की सैलरी देने की बात की। जिसके बाद पुलिस ने जय के लिए बाइक ली। वही जब बाइक सौंपने की बात आई तो पुलिस ने जय को फोन लगाया तो अचानक थाने से आये फ़ोन पर जय और उसका परिवार घबरा गया क्योंकि पुलिस ने उसे थाने बुलाया था। वहिज्ब जय थाने पहुंचा तो उसकी आंखें खुशी से चमक गई क्योंकि पुलिस ने डाउन पेमेंट कर उसकी बाइक खरीद कर उसे तोहफा दिया था। हालांकि, अब जय बाइक मिलने के बाद तिगुनी आमदनी कमाता है और वो अब आसानी से लोन की किश्ते भी भर पायेगा। फिलहाल, अनूठी नजीर पेश करने वाली विजय नगर पुलिस की अब सब तारीफ कर रहे है क्योंकि पुलिस की ऐसी कोशिश बहुत कम देखने को मिलती है लिहाजा, अब सभी बोल रहे है विजय नगर पुलिस की जय हो।
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Amit Sengar
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वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”