इंदौर।
देशभर में साइकिल यात्रा पर निकले 53 वर्षीय नीरज याग्निक इंदौर वापस लौट आए है। उन्होंने श्रीनगर के लालचौक से कन्याकुमारी तक 4 हज़ार किलोमीटर साइकिल चलाकर रिकॉर्ड बनाया है इस दौरान वे 9 राज्यो से होकर गुज़रे । इस साइकल यात्रा के समापन मौके पर बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एयरपोर्ट पहुंचकर खुद नीरज का स्वागत किया और कहा कि, ‘मैं जब नीरज याग्निक को लाल चौक पर छोड़कर आया था तबसे मैं नीरज की सुरक्षित वापसी के लिए हनुमान चालीसा पढ़ता था। क्योंकि ये यात्रा बहुत रिस्की थी लेकिन नीरज याग्निक ने ये साइकल यात्रा न केवल पूरी की बल्कि देशभर को क्लीन इंडिया, ग्रीन इंडिया और सेफ इंडिया का संदेश दिया, युवाओं को नीरज के प्रेरणा लेनी चाहिए।
नीरज ने बताया कि बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय नीरज को छोड़ने खुद कश्मीर के लालचौक छोड़ने गए थे जहा उनकी मुलाकात जम्मू कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक से राजभवन से कराकर हौसला अफजाई की थी। जम्मू कश्मीर से वे पंजाब हरियाणा पहुंचे फगवाड़ा शहर से गुजरते अंध गति और रांग साइड आ रही बाइक से टकरा गई जिससे मेरे सिर और बाएं घुटने में चोट आ गई। मेरे शरीर के चार एक्सरे हुए मेरे दोनों घुटने सूज गए डॉक्टर ने सात दिनों तक आराम करने को बोला दो दिनों तक पांव सीधा रखना और कुछ एक्सरसाइज भी बताई। इस हादसे के बाद मैं निराश हो गया मेरे सपने टूटते नजर आ रहे थे लेकिन हौसला नहीं हारा एक पांव से साइकल चलाता रहा
साइकिल से रोज 200 किमी की यात्रा कर रहे नीरज
कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद देशभक्ति और तिरंगे की आन बान और शान बनाए रखने के उद्देश्य से नीराज ने ये यात्रा शुरूआत की थी। नीरज ने बताया कि वह साइकिल से रोज 200 किमी यात्रा करते थे क्योकि कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकल यात्रा करना मेरा मिशन था जिसे पूरा करना मेरा लक्ष्य था यही वजह थी कि 53 साल की उम्र में ये देश का रिकॉर्ड भी बन गया हालांकि मैंने ये किसी रिकॉर्ड के लिए नहीं किया क्योंकि रिकॉर्ड तो बनते ही है टूटने के लिए । मैंने तो राइड सिर्फ लोगों को जागृत करने के लिए की है इसलिए मेरा रिकॉर्ड तो उस दिन बनेगा,जब कोई इस तरह का काम करके दिखाएगा