इंदौर एयरपोर्ट पर पकड़ाया यात्री, 11 लाख से अधिक कीमत का सोना जब्त

इंदौर

Indore News: इंदौर में एक अजीब मामला सामने आया है। जहां देवी अहिल्याबाई एयरपोर्ट पर एक यात्री को सोने के साथ पकड़ा गया। यात्री मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले का रहने वाला है। यात्री द्वारा सोने को शरीर के आंतरिक हिस्से में रखकर लाया गया था। हालांकि एयरपोर्ट के अधिकारियों के द्वारा सोने को जब्त करके छोड़ दिया गया है।

शारजाह से आया था यात्री

बता दें यात्री शारजाह से आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट एक्सप्रेस आइएक्स 256 से सोमवार शाम को इंदौर के एयरपोर्ट पर उतरा था। जहां एयरपोर्ट अधिकारी कस्टमर कमिश्नरेट द्वारा जांच अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान यात्री पर संदेह कर जांच किया गया। जिसके पास से 72 ग्राम सोना बरामद हुआ। यात्री ने अपने शरीर के रेक्टम में कैप्सूल में सोने को रखा था। जिसे मेडिकल की टीम द्वारा बरामद किया गया। वहीं यात्री के कपड़ों की जांच की गई तो उसने अपने पायजामे के नाड़े में भी 162.8 ग्राम सोना रखा था। यात्री के पास इंदौर एयरपोर्ट अधिकारी को कुल 234.8 ग्राम सोना बरामद हुई है।

11 से अधिक बताई जा रही कीमत

कस्टमर अधिकारी द्वारा यात्री के पास से कुल 234.8 ग्राम सोना बरामद किया गया है। जिसकी कीमत 11.91 लाख बताई जा रही है। वहीं इंदौर एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक यात्री किसी सोने तस्कर गिरोह का कैरियर बताया जा रहा है। फिलहाल यात्री से बयान लेकर सोने को जब्त कर छोड़ दिया गया है। एयरपोर्ट अधिकारियों द्वारा यात्री के ऊपर टैक्स ड्यूटी और जुर्माना लगाया जाएगा।

50 लाख से ज्यादा कीमत पर होती है कार्रवाई

आपको बता दें 50 लाख या ज्यादा रूपए के सोना बरामद होने पर गिरफ्तारी का कानून है। इसी वजह से यात्री को छोड़ दिया गया है। वहीं अगर फिर यात्री पकड़ाता है तो चाहे सोना 50 लाख से ज्यादा हो या न हो गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

 


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News