इंदौर, आकाश धोलपुरे। क्राइम ब्रांच ने अवैध मादक पदार्थ MDMA ‘म्याऊं-म्याऊं’ ड्रग्स की तस्करी करने वाले आरोपी को धर दबोचा है। आरोपी के पास से 19 ग्राम MDMA नशीली ड्रग्स बरामद की गई है। साथ ही चार पहिया वाहन भी बरामद हुआ है। पूछताछ में 2 अन्य आरोपियों के नाम भी सामने आए हैं जिनकी तलाश जारी है। बता दें कि यह ड्रग एक्सटेसी और मेफेड्रोन के नाम से भी जानी जाती है जो उत्तेजना व मतिभ्रम का काम करती है।
पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर द्वारा जिले में अवैध मादक पदार्थों की खरीदी बिक्री व तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया है। इसी सिलसिले में शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सूरज वर्मा के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुरूप्रसाद पाराशर इंदौर द्वारा क्राइम ब्रांच की टीमों को इस दिशा में कार्रवाई करने हेतु समुचित दिशा निर्देश दिये गये थे। इसके बाद मुखबिर से क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति Suzuki S Cross क्रमांक से MDMA नामक ड्रग्स सप्लाई करने के लिए निकला है। सूचना पर क्राइम ब्रांच की टीम ने थाना विजयनगर पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए मंगलसिटी के पीछे मुखबिर से वाहन क्रमांक MP 09 CT 5471 को रोका जिसमें अनिल पुरी नामक व्यक्ति सवार था। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से 19 ग्राम अवैध मादक पदार्थ MDMA ड्रग्स बरामद हुई, जिसके संबंध में आरोपी के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं थे। इसके अलावा आरोपी के कब्जे से एक रेडमी कंपनी का मोबाईल फोन, उसका अधार कार्ड व 1000 रूपये नगदी भी बरामद हुई।
कार की तलाशी लेने पर उसमें से सागर तथा धर्मेन्द्र नामक व्यक्ति के आधार कार्ड व कार का रजिस्ट्रेशन कार्ड बरामद हुये उपरोक्त कार धर्मेन्द्र जैन नामक व्यक्ति के नाम से आरटीओ में पंजीकृत है। आरोपी ने आरंभिक पूछताछ में बताया कि वह ड्रग सप्लायर है जो कि नशा करने के आदी लोगों को 05 से 07 हजार रूपये प्रति ग्राम के हिसाब से पुड़िया बनाकर बेचता था। आरोपी ने ये ड्रग्स सागर जैन तथा धर्मेन्द्र जैन नामक व्यक्तियों के कहने पर सप्लाई करने की बात कही है, जिन्हें प्रकरण में सह आरोपी बनाया गया है तथा उनकी तलाश की जा रही है। बता दें कि सागर जैन व धर्मेन्द्र जैन थाना विजयनगर में बांग्लादेशी महिलाओं से संबंधित मानव तस्करी के मामले में भी फरार चल रहे हैं। आरोपी अनिल पुरी को पकड़कर उसके कब्जे से 19 ग्राम अवैध मादक पदार्थ बरामद कर थाना विजयनगर में अपराध क्रमांक 812/20 धारा 08/22 एनडीपीएस एक्ट के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।
MDMA synthetic ड्रग्स है जो कि उत्तेजना व मतिभ्रम के रूप में कार्य करती है। यह एक्सटेसी के नाम से भी जानी जाती है। मेफेड्रोन को आमतौर पर ‘म्याऊं-म्याऊं’ के नाम से जाना जाता है, नशा करने वालों के बीच इसके कई कोड नेम हैं। इसे लेने के बाद दिमाग में नशा चढ़ता है मदहोशी छा जाती है। ज्यादा मात्रा में एक साथ लेने पर यह जान के लिए खतरा भी बन सकती है। इसका नाइजीरिया और अफगानिस्तान में सबसे ज्यादा उत्पादन होता है। माफिया इस ड्रग का सबसे ज्यादा नशा करते हैं। इसे पानी में घोल कर अथवा इंजेक्शन के जरिए लिया जाता है।