Pravasi bharatiya sammelan 2023: इंदौर (Indore) में 8 से 10 जनवरी तक प्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया जाने वाला है। इसके बाद 11 और 12 जनवरी को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन भी रखा गया है। इस समिट में 68 देशों के बिजनेसमैन 100 से ज्यादा उद्योगपति 34 देशों के राजदूत और अलग-अलग स्तर के राजनयिक भाग लेने वाले हैं। इस सम्मेलन और समिट को लेकर उज्जैन (Ujjain) में भी तैयारियों का दौर शुरू हो चुका है। यहां जितने भी मेहमान आने वाले हैं वह निश्चित तौर पर उज्जैन में बनाए गए महाकाल लोक (Mahakal Lok) को निहारने के लिए जरूर आएंगे, ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है।
महाकालेश्वर और महाकाल लोक आने वाले मेहमानों की आवभगत को लेकर स्थानीय प्रशासन ने विशेष इंतजाम कर दिए हैं। शहर की साफ-सफाई समेत होटल की व्यवस्था और ऑटो रिक्शा चालकों के व्यवहार में सुधार लाने की बात पर भी जोर दिया जा रहा है। कलेक्टर आशीष सिंह ने खुद छोटे और मध्यम होटल कारोबारी, ऑटो, ई रिक्शा और मैजिक चालकों से बात कर अपना व्यवहार सही रखने का आग्रह किया है ताकि विदेश में धर्म नगरी उज्जैन की कीर्ति को बढ़ाया जा सके। उन्होंने सभी से एक जैसा किराया रखने का अनुरोध भी किया है।
ऐसी है तैयारी
मेहमानों के लिए होटल के पास पार्किंग सुविधा विकसित करने, अच्छा भोजन और अच्छी सेवा देने की पूरी कोशिश की जा रही है। ये कदम इसलिए उठाया जा रहे हैं कि भविष्य में भी देश-विदेश से आने वाले पर्यटक उज्जैन की ओर आकर्षित हो सकें। कही भी मिल रही सेवा या व्यवहार में अगर कोई कमी रहती है तो पर्यटक भी ऐसी जगह जाने से कतराते हैं। इसीलिए विशेष दर्शन, सफाई और पार्किंग के इंतजामों को परखा जा रहा है। महाकाल मंदिर में भी विशेष दर्शन, सफाई और वाहन पार्किंग के इंतजाम दुरुस्त किए जा रहे हैं। जो मेहमान भस्म आरती, संध्या आरती और शयन आरती में दर्शन करना चाहते हैं। उनके लिए प्रोटोकॉल अफसरों की विशेष ड्यूटी भी लगाई जाएगी। सम्मेलनों को देखते हुए 7 जनवरी से 13 जनवरी तक भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग ब्लॉक कर दी गई है। जिन लोगों को भस्म आरती में शामिल होना है वह ऑफलाइन अनुमति ले सकते हैं।
कलेक्टर का निरीक्षण
प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने के लिए आ रहे मेहमानों के लिए महाकालेश्वर मंदिर और महाकाल लोक में की जा रही तैयारियों का अवलोकन कलेक्टर आशीष सिंह ने अधिकारियों के साथ किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी निर्देश दे चुके हैं कि विदेश से जितने भी अतिथि आएंगे उनका स्वागत सत्कार परंपरा के अनुसार किया जाएगा और उन्हें महाकाल लोक का भ्रमण भी कराया जाएगा। ये सभी व्यवस्थाएं जोर-शोर से की जा रही है।