इंदौर सेंट्रल जेल में इस खास अंदाज में मनाया गया रक्षाबंधन

कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने का एक प्रयास किया गया है। इस बार कैदियों ने खुद मिठाइयां और अन्य चीज बनाकर तैयार की है आने वाली बहनों के लिए।

Rakshabandhan

Indore News : इंदौर शहर की सेंट्रल जेल में रक्षाबंधन के त्यौहार को जेल में खास अंदाज में मनाया गया। जहां जेल में बंद कैदियों ने मिठाई तैयार की। जहां बड़ी संख्या में जेल परिसर पहुंची महिलाओं ने अपने भाईयों को राखियां बांधी।

क्या है पूरा मामला

रक्षाबंधन का त्यौहार भाई बहन के रिश्ते को मजबूत करने का त्योहार माना जाता है। ऐसे में इंदौर सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को रक्षाबंधन सूत्र बांधने के लिए उनकी बहनें हर साल आती हैं। इसी को देखते हुए इस साल भी बेहतरीन तैयारी की गई है। खास बात यह है की जेल में बंद कैदियों ने खुद मिठाइयां और राखियां बनकर तैयार की है। इस बार रक्षाबंधन का त्योहार खास बनाए जाने के लिए शासन द्वारा आदेश दिए गए हैं जिसके बाद ही व्यापक तैयारियां जेल प्रबंधन द्वारा की गई है।

जेल अधीक्षक अल्का सोनकर ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि जेल में बंद कैदियों की कलाइयों पर बहनों से राखी बंधवाने के लिए जेल प्रबंधन द्वारा पूरी तैयारी नियम के अनुसार की है इस साल नियम के मुताबिक ही रक्षाबंधन का महापर्व जेल में मनाया जा रहा है। राखी बांधने आने वाली बहनों के लिए जेल प्रबंधन में समय सीमा तय की है। कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने का एक प्रयास किया गया है। इस बार कैदियों ने खुद मिठाइयां और अन्य चीज बनाकर तैयार की है आने वाली बहनों के लिए।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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