इंदौर। आकाश धोलपुरे।
इंदौर एसटीएफ ने भू माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए इंदौर से सटे महू में बने गोल्डन प्रोजेक्ट लिमिटेड की हरसोला पर विकसित की गई फर्जी शांति पैराडाइस से जुड़े मामले में कार्रवाई को अंजाम दिया है। दरअसल करोड़ों रुपए की शासन की भूमि, कार्रवाई के बाद मुक्त होने की संभावना जताई जा रही है।
एसटीएफ की मानें तो 1 एकड़ से भी कम भूमि को कूट रचित दस्तावेज कर 20 एकड़ भूमि बना दिया गया। जिसे कई लोगों को प्लॉट काटकर कागजों पर बेज दिए गए। एसटीएफ की मानें तो इससे 400 परिवारों को यह भूखंड बेचे गए हैं। एसटीएफ को मिली शिकायत के बाद इस मामले में जांच की गई क्योंकि गोल्डन प्रोजेक्ट लिमिटेड ग्राम हरसोला पर किसी भी तरह की खरीद-फरोख्त पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रोक लगी है, लेकिन इसी बीच भू माफियाओं ने शांति पैराडाइस नाम की अवैध भूमि पर टाउनशिप बनाई और लोगों को फर्जी दस्तावेज तैयार कर यहां पर प्लॉट बेच दिए गए। एसटीएफ ने इस मामले में सचिन सोनी, दमयंती बाई और शैलेंद्र अग्रवाल को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ के मुताबिक भू माफियाओं ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है । फिलहाल एसटीएफ इस पूरे मामले की जांच कर रही है। एसटीएफ की मानें तो इस मामले में फर्जी रजिस्ट्री करने वाले कई अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। फिलहाल इस मामले में तीन आरोपियों को एसटीएफ गिरफ्तार कर चुकी है और शेष मामले में कार्रवाई जारी है ।