मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर व्याप्त है। राजधानी भोपाल लॉक डाउन है प्रदेश के मुख्यमंत्री की दूसरी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है और वो फिलहाल, भोपाल के निजी अस्पताल में इलाजरत है। प्रदेश में कोरोना के गहराते संकट के बीच आर्थिक राजधानी इंदौर में पिछले 13 दिनों के आंकड़ो पर नजर डाली जाए आंकड़े हैरान कर देने वाले है। दरअसल, बीते 13 याने 14 जुलाई से 26 जुलाई तक इंदौर में कोरोना संक्रमण के 1582 मामले सामने आए है और इस दौरान औसतन 121कोरोना मरीज प्रतिदिन आये है। हैरान कर देने वाले इन आंकड़ो के साथ बीते 13 दिनों में 26 लोगो की मौत हुई है मतलब औसतन 2 लोगो ने हर रोज कोरोना से जान गंवाई है। ये हम नही कह रहे है ये तो इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय द्वारा जारी की गई रिपोर्ट बता रही है।
बता दे कि 14 जुलाई को जहाँ 93 पॉजिटिव मरीजो के साथ कुल पॉजिटिव मरीजो की संख्या 5496 थी वही दूसरी और रविवार रात को 127 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद पॉजिटिव मरीजो की कुल संख्या 6985 तक जा पहुंची है तकरीबन 7 हजार के करीब। जहां 14 जुलाई को मौत को आंकड़ा 278 था वही कल रात की रिपोर्ट में ये आंकड़ा 304 तक पहुंच गया है याने इस दौरान 26 लोगो ने कोरोना के लड़कर अपनी जान गंवा दी है।
रविवार रात को जारी किए गए आंकड़ो के हिसाब से इंदौर में संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है जबकि रिकवरी रेट पर गौर किया जाए तो 14 जुलाई तक जहां 4074 मरीज ठीक हो गए थे वही कल तक ये संख्या 4699 तक पहुंची है जिसका मतलब है कि 13 दिनों में 625 लोग ठीक है जो 13 दिनों के संक्रमितों के मुकाबले आधे से भी कम है। इन 13 दिनों में कोरोना ने पॉजिटिव मरीजो के 10 शतक भी लगाए है जो ये साफ करने के लिए काफी है कि शहर में इन 13 दिनों में राजनीतिक, प्रशासनिक, आर्थिक और सामाजिक मामलो में लगातार बदलाव हुए हो लेकिन कोरोना की रफ्तार थमी नही है। हम आपके सामने दोनों रिपोर्ट रख रहे है जिसे देखने के बाद अब आप और भी सतर्क हो जाए क्योंकि कोविड की ये रफ्तार आगे मुश्किलें बढ़ा सकती है। फिलहाल, हर जरूरी दिशा निर्देशों का पालन कर खुद और सबको सुरक्षित रखिये ताकि कोरोना की रफ्तार पर लगाम लगाई जा सके।