MP Investments : मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में 8 जनवरी से 12 जनवरी तक प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया। यह आयोजन सफल रहा। इससे मध्य प्रदेश को काफी ज्यादा फायदा भी मिला। दरअसल मध्य प्रदेश सरकार को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में करीब 15 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। खास बात यह है कि 6 करोड़ के निवेश के प्रस्ताव उद्योगपतियों ने सिर्फ मालवा और निमाड़ के लिए सरकार को दिए हैं।
खुशी की बात यह है कि 36 विदेशी समूह ने भी मध्य प्रदेश सरकार के साथ एमओयू साइन किया है। ये खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा मीडिया से बातचीत करते हुए बताया गया है। उन्होंने बताया है कि हमारा ग्रोथ रेट 19 प्रतिशत रहा, जो लगातार बढ़ता जा रहा है। विकास का सिलसिला रुकने वाला नहीं है। 18 सालों में हमने शून्य से शिखर की यात्रा की है। मध्यप्रदेश की असली ताकत एग्रीकल्चर, फूड प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल, फार्मा, लॉजिस्टिक्स, आईटी, ऑटोमोबाईल, नवीकरणीय ऊर्जा ही है।
सीएम ने बताया किस किस क्षेत्र में आया निवेश –
नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में 6 लाख 9 हजार 478 करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए हैं। वहीं अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर में 2 लाख 80 हजार 753 करोड़, फूड प्रोसेसिंग, एग्री प्रोसेसिंग में एक लाख छह हजार 149 करोड़, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में 78 हज़ार 778 करोड़, रसायन एवं पेट्रोलियम के क्षेत्र में 76 हजार 769 करोड़, सर्विस सेक्टर में 71 हजार 351 करोड़, ऑटोमोबाइल इंजिनियरिंग, इलेक्ट्रिक व्हीकल के इंडस्ट्री में 42 हजार 254 करोड़, फार्मा एंड हेल्थकेयर में 17 हजार 991 करोड़, लॉजिस्टिक्स एंड वेयरहाउसिंग में लगभग 17 हजार 916 करोड़, टेक्सटाइल्स एंड रेडीमेड गारमेंट क्षेत्र में 16 हजार 914 करोड़, अन्य क्षेत्रों में एक लाख 25 हजार 855 करोड़ रुपये का निवेश मध्यप्रदेश में आया है। ऐसे में कुल मध्यप्रदेश में 15 लाख करोड़ रुपए का निवेश करने के प्रस्ताव रखे गए है। इससे मध्यप्रदेश में रोजगार के भी रास्ते खुलेंगे। मध्यप्रदेश में 29 लाख से ज्यादा रोजगार मिलेंगे।