MP : जूनियर डॉक्टरों के बीच जमकर चले लात घूंसे, हॉस्टल में तोड़फोड़, 16 निलंबित

Pooja Khodani
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जबलपुर, संदीप कुमार। मध्यप्रदेश (MP) के जबलपुर (Jabalpur) में MBBS फर्स्ट इयर के छात्रों में विवाद हो गया। देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि छात्रों (Student) ने हॉस्टल में तोड़फोड़ कर दी और इस दौरान 60 डॉक्टर भी घायल हो गए। स्थिति बेकाबू देख पुलिस को बुलाना पड़ा। मामले की जानकारी लगते ही मेडिकल कॉलेज काउंसिल समिति (Medical College Council Committee) ने अनुशासनहीनता पर 16 छात्रों को निलंबित (suspended) कर दिया है। जांच के लिए सात सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है।

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मिली जानकारी के अनुसार, जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Netaji Subhash Chandra Bose) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शनिवार रविवार दरमियानी रात जूनियर डाॅक्टर (Junior doctor) पार्टी कर रहे थे। इस दौरान जमकर डांस (Dance) हुआ और जाम भी छलकाए गए, तभी नशे में धुत छात्रों में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई और देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि होस्टल नंबर एक व दो के छात्रों ने हॉस्टल नंबर तीन में घुस कर तोड़फोड़ कर दी।

हाथों में बेसबॉल के डंडे लेकर पहुंचे छात्रों ने नीचे पार्किंग में खड़े दो पहिया वाहनों (Two wheelers) और फिर होस्टल के बाथरूम और शौचालय (Bathroom And Toilet) में भी जमकर तोड़फोड़ की।इस दौरान चार छात्रों को कैजुअल्टी में भर्ती कराना पड़ा। वही  60 जूनियर डॉक्टरों को चोट आने की खबर है। विवाद बढता देख पुलिस (Jabalpur Police) बुलानी पड़ी, हालांकि तब तक सब जा चुके थे। जैसे ही सुबह मेडिकल कॉलेज काउंसिल समिति को इस बात की सूचना लगी तो उन्होंने अनुशासनहीनता पर 16 छात्रों को निलंबित कर दिया है।

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वही इस पूरे मामले की जांच को लेकर छात्र शाखा के प्रभारी अधिकारी की अध्यक्षता में 7 सदस्यीय कमेटी गठित कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए है।इसके साथ ही आरोपी छात्रों को अभिभावकों के साथ 3 दिन के अंदर महाविद्यालय (college) में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के निर्देश दिए गए,  ऐसा ना करने पर उनके खिलाफ एकतरफा सख्त कार्रवाई की बात कही गई है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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