जबलपुर| मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद सबसे ज्यादा चर्चा किसानों की कर्जमाफी को लेकर हुई थी| दस दिन के भीतर कर्जमाफी के वादे पर सरकार ने अमल तो किया लेकिन प्रक्रिया इतनी लम्बी रही कि लोकसभा चुनाव ही आ गए और कर्जमाफी अटक गई| इसको लेकर जहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीति हो रही है| वहीं एक किसान ने कर्ज माफ़ न होने और फसल नुकसान से परेशान होकर जहर खा लिया| किसानों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है|
जानकारी के मुताबिक न्यू भेड़ाघाट के पास इमलिया गाँव मे रहने वाले 45 वर्षीय किसान ने कर्ज माफ न होने से परेशान होकर जहर पी लिया जिसके बाद किसान को इलाज के लिए गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। किसान का नाम भूपत पटेल बताया जा रहा है जिसकी चार एकड़ जमीन बरगी हिनोता के पास है। भूपत पटेल खेती किसानी कर अपने परिवार का पालन पोषण करता था। किसान ने खेत मे इस साल चने की फसल लगाई थी पर बीते दिन अचानक हुई बारिश और ओले से उसकी फसल खराब हो गई जिसे देखते ही किसान ने खेत मे ही जहर पी लिया। आनन फानन में साथी किसानों ने उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती करवाया।
किसान भूपत ने बताया कि उसके ऊपर दो लाख का कर्ज था पर सरकार की तरफ से आज तक माफ नही हुआ| इतना ही नही मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान से भी उसे इलाज के लिए मदद नही मिल रही है। किसान भूपत की माने तो बीते दिनों अचानक हुई बारिश से भी उसकी फसल खराब हो गई थी जिसे देखकर वो सदमे में आ गया और खेत पर ही जहर पीकर आत्महत्या करने की ठान ली। फिलहाल किसान की हालत अभी खतरे से बाहर बताई जा रही है।