जबलपुर मेडिकल कॉलेज के 5 जूनियर डॉक्टर हिरासत में, निगम कर्मियों से मारपीट का मामला

Amit Sengar
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जबलपुर,संदीप कुमार। नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल छात्रावास से देर रात गढ़ा थाना पुलिस ने 5 जूनियर डॉक्टरों (junior doctors) को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। जानकारी जैसे ही जूनियर डॉक्टरो को लगी तो सैकड़ों की संख्या में उन्होंने गढ़ा थाने का घेराव कर दिया।

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जूनियर डॉक्टरों का पुलिस पर आरोप है कि बिना किसी सबूत के जिन पांच मेडिकल छात्रों को पुलिस ने थाने में बैठाया है उन्हें तुरंत ही छोड़ा जाए नहीं तो पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। हालांकि देर रात मौके पर पहुंचे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और एसडीएम के समझाने पर प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्ट मान गए और इस आश्वासन में कि जूनियर डॉक्टर पर किसी तरह की अवैध कार्यवाही नहीं होगी तब जाकर माने।

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दरअसल, 16 जुलाई की दोपहर को मलेरिया उन्मूलन की टीम मेडिकल कॉलेज के छात्रावास पर दवा छिड़काव करने गई थी उस दौरान मौके पर 5 से 6 जूनियर डॉक्टरों ने नगर निगम के कर्मचारियों के साथ दवा छिड़काव को लेकर विवाद कर दिया। विवाद बढ़ने पर जूनियर डॉक्टरों ने नगर निगम के कर्मचारियों के साथ जमकर मारपीट की। घायल कर्मचारियों को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया, तो वही गढ़ा थाना पुलिस ने जूड़ा के खिलाफ शिकायत दर्ज की।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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