जिले से एक मामला सामने आया है, जिसने बॉलीवुड की सारी शातिर कहानियों को फेल कर दिया है। बुधवार को जबलपुर पुलिस ने ऐसे शातिर गिरोह का भांडाफोड़ा है जो फर्जी शादी कराता था। ये गिरोह उन लोगों को अपना शिकार बनाता था जिनकी शादी नहीं हो रही थी। ये गैंग युवती के परिजन बनकर युवक को युवती से मिलवाता था और फिर अच्छी खासी रकम वसूल कर एक दो दिन में लड़की को लेकर वहां से रफूचक्कर हो जाता था।
लाल सिंह ठाकुर है मास्टरमाइंड, कुछ इस तरह से करवाता था विवाह
लाल सिंह ठाकुर और उसका गिरोह कुछ इस तरह से लोगों को ठगने का काम किया करता था कि लोग समझ ही नहीं पाते थे।गिरोह का मुखिया लाल सिंह शादी करवाने के बाद उस महिला को उसका हिस्सा देकर दूसरे युवक की तलाश में जुट जाते थे। लाल जी महिला का कभी भाई तो कभी पिता तो कभी मामा बन जाया करता था।
पिछले आठ माह से जबलपुर और आसपास के जिले में सक्रिय था गिरोह
लाल जी ठाकुर अपने गिरोह को बीते आठ माह से तैयार करने में जुटा था। हाल ही में जब ये गिरोह तैयार हुआ तो उसने उम्रदराज और जिनकी शादी नहीं हो रही है उनको निशाना बनाना शुरू कर दिया। आज ये गिरोह जबलपुर सहित-कटनी, दमोह, नरसिंहपुर में पूरी तरह से सक्रिय था।
पुलिस गिरफ्त में आए गिरोह का सदस्य,सरगना फरार
जबलपुर निवासी एक महिला की शिकायत पर जाँच कर रही हनुमानताल थाना पुलिस ने शुरुआत में एक महिला की गुमशुदगी से इस मामले की जांच शुरू की थी, जैसे-जैसे जाँच आगे बढ़ती गई वैसे वैसे गिरोह का भंडाफोड़ होता गया।
गिरोह ठगी में सोशल मीडिया का लेता था सहारा
सीएसपी अखिलेश गौर के मुताबिक इस गिरोह की एक अलग ही दुनिया थी।गिरोह के सदस्य सोशल मीडिया के माध्यम युवकों को लड़की की तस्वीर दिखाते थे और जब शादी की बात आती थी तो लाल जी ये कहकर लड़के के परिवार वालो से रुपए ले लेते थे कि लड़की के परिवार वाले गरीब घर से है। विवाह के लिए समान खरीदने के लिए उनके पास पैसे नही है।