जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। जबलपुर के तिलहरी स्थित बैंक आफ महाराष्ट्र के परिसर में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी घटना के दूसरे दिन भी शहर में देखे गए थे। इस बात का खुलासा पेंटीनाका पेट्रोल पंप के पास स्थित एक गली में लगे सीसीटीवी फुटेज से हुआ है। इस महत्वपूर्ण सुराग के बाद पुलिस ने अपनी पड़ताल को एक नई दिशा दे दी है। हालांकि 11 फरवरी की इस घटना के बाद अब तक पुलिस आरोपियों को तलाश नहीं पाई है, जबकि इस घटना में आरोपी 6 लाख लूटकर ले गए थे और एक सुरक्षागार्ड को मौत के घाट उतार दिया था। आरोपियों पर पुलिस ने 30 हजार का इनाम घोषित किया है।
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बताया जा रहा है कि एसआइएस कंपनी के दो कर्मचारियों को गोली मारकर घायल करने और गनमैन की हत्या के बाद छह लाख रुपये से भरा कैश-बैग लूटने वाले आरोपी वारदात के दूसरे दिन जीआरसी ग्राउंड से पेन्टी नाका पेट्रोल पंप जाने वाली गली में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए है। इससे यह अंदाज लगाया जा रहा है कि आरोपी युवक वारदात के 18 से 20 घंटे बाद शहर छोड़कर भागे हैं। पुलिस सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर की जांच कर रही है, ताकि सही समय पता चल सके। ताजा सुराग मिलते ही शनिवार को जांच करने वाली टीम के अधिकारी और जवान उस गली में पहुंच गए। पुलिस टीम वहां घंटों तक जांच करती रही। आरोपियों ने जिस वक्त वारदात को अंजाम दिया, उस वक्त वे चप्पल पहने हुए थे। लेकिन जब वे पेन्टीनाका पेट्रोल पंप के बाजू की गली में लगे सीसीटीवी में कैद हुए हैं, उस वक्त उनके पैरों में जूते नजर आ रहे है। सूत्रों के अनुसार वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी कहीं से वहां पहुंच गए थे और वारदात के दूसरे दिन सुबह लगभग आठ से दस बजे के बीच वहां से निकले।