जबलपुर : केंद्रीय सुरक्षा संस्थान ऑडनेंस फैक्ट्री की सुरक्षा पर उठे कई तरह के सवाल

Amit Sengar
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जबलपुर,संदीप कुमार। केंद्रीय सुरक्षा संस्थान आयुध निर्माणी खमरिया में पदस्थ कर्मचारी ब्रजेश शुक्ला ने शिकायत की है कि रेवाराम चार्ज मैन जो कि सुरक्षा कार्यालय में पदस्थ है वो द्वार क्रमांक 1 पर तैनात थे तभी वह गेट नंबर एक से फैक्ट्री के अंदर जा रहे थे, उस समय रेवा राम ने उनसे पूछा तो वह अंदर जाने की जिद कर रहे थे, उधर बृजेश पाठक का आरोप है कि रेवा राम गेट से अंदर जाने के लिए 800 रू की मांग कर रहा था तभी कर्मचारी पाठक ने इसकी शिकायत सिक्योरिटी के सीनियर जे.सी.ओ. जयवीर सिंह एवं के.पी सिंह से की।

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दरअसल, जेसीओ सुरक्षा कार्यालय में तैनात जेडब्ल्यूएम सुनील श्रीवास्तव के साथ रेवाराम के कार्यस्थल पर पहुंचे जहाँ उनके पास से 800रू बरामद किए, बता दें कि ब्रजेश पाठक ने रु देने के पहले नोटों की फोटो ले ली थी जब इन नोटों को रेवाराम के टेबल से मिलाया गया उनका सीरियल क्रमांक एक ही मिला, वहीं चार्ज मैन रेवा राम ने अपने ऊपर लगे सभी आरोप को बेबुनियाद बताया है उनका कहना है कि ब्रजेश पाठक की ड्यूटी समय 8 से 5 बजे तक का है,दोपहर लंच के समय उनको 2 बजे तक फैक्ट्री के अंदर आ जाना था पर वह शाम को पाँच बजे पहुँचे और फेक्ट्री के अंदर जाना चाह रहे थे जिस पर से उन्हें रोका गया, साथ ही उन्होंने बताया कि ब्रजेश पाठक रात को 8 बजे भी फैक्ट्री आए हुए थे,रेवा राम ने इस पूरे मामले में कर्नल को भी अवगत करवाया गया है।

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गौरतलब है कि केंद्रीय सुरक्षा संस्थान ऑडनेंस फैक्ट्री खमरिया की सुरक्षा को लेकर हुए इस कांड के बाद से कई तरह के सवाल उठने लगे हैं, इस आरोप-प्रत्यारोप में आखिर कौन सच्चा है और कौन झूठा यह तो जांच के बाद ही सामने आएगा पर जिस तरह से फैक्ट्री में कर्मचारियों के अंदर-बाहर जाने को लेकर इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं वह कहीं ना कहीं फैक्ट्री की सुरक्षा पर कई तरह के सवाल उठाने लगे है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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