जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर एयरपोर्ट को नया रूप देने और उसके विस्तार कर दिए जाने के बाद यहां सुख सुविधाएं बढ़ गई है। साथ ही शहर का एयरपोर्ट अब प्रदेश के श्रेष्ठ एयरपोर्ट में गिना जाने लगा है। विकास के नजरिए से यह एक उत्तम कदम है, जिसकी सराहना पूरा शहर कर रहा है, लेकिन एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का सबसे बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ रहा है, वहां के आस-पास के गांव वालों को।
कारण यह है कि एयरपोर्ट के विस्तार हो जाने के कारण कई गांव के रास्ते जो शहर की सड़क से जुड़े हुए थे, अब बंद हो चुके हैं। ऐसे में ग्रामीण जनों को आवागमन के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है और प्रशासन सिर्फ इस हेतु आश्वासन दिए जा रहा है।
ऐसे में हवाई यात्रा में बढ़ोतरी और सुविधाओं के चक्कर में ग्रामीण लोग हाशिए पर आ गए हैं। हालांकि ग्रामीण लोगों की शिकायत पर प्रशासन ने आश्वशन दिया है कि वैकल्पिक व्यवस्था जल्द ही कर दी जाएगी।
एयरपोर्ट के विस्तार से 2 गांवों का रास्ता पूर्ण रुप से बंद हो चुका है इसके कारण यहां बसने वाले सभी लोग परेशान हैं। गांव वालों की मानें तो एयरपोर्ट के विस्तार के समय जब प्रशासन से बात की गई तो उन्होंने आश्वासन दिया था कि वैकल्पिक रास्ता तैयार किया जाएगा, लेकिन आज तक उस का नामोनिशान नहीं है।
इस मुद्दे पर प्रशासन और एयरपोर्ट अथॉरिटी के विरोध में
पूर्व सरपंच हीरा लाल चौधरी ने कहा है कि जब तक उनके लिए वैकल्पिक रास्ते की व्यवस्था नहीं की जाएगी, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा, पूर्व सरपंच ने कहा कि हमें एयरपोर्ट अथॉरिटी के और जिला प्रशासन से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन वे हमारे लिए रास्ता बना दें। क्योंकि गांव के बच्चों को स्कूल जाने और यदि कोई बीमार हो जाता है तो उसे अस्पताल पहुंचाने में भी बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। पूरे मामले पर खमरिया थाना प्रभारी निरुपमा पांडे ने कहा कि एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार किया जा रहा है। ग्रामीणों के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाएगी। इसके उलट पूर्व सरपंच का कहना है कि यदि जल्द ही इसका उपाय नहीं निकाला गया तो मजबूरन ग्रामीण लोगों को धरने पर बैठना पड़ेगा।