Jabalpur News : मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहाँ तड़के 3 बजे दो छात्रों पर चाकू से जानलेवा हमला हुआ है। हमलावरों ने एक छात्र की मौके पर हत्या कर दी। दूसरा छात्र हमले में गंभीर रूप से घायल होकर जान बचाते हुए 1.5 किलोमीटर दौड़कर रूम तक जा पहुंचा। दोस्त उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां से उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहाँ उसका इलाज जारी है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि यह घटना घमापुर थाना क्षेत्र के चुंगी नाका इलाके की है जहां बदमाशों ने खूनी खेल खेला है। दो छात्र शुभम और मानस बाइक से घूमने निकले थे। रांझी से घमापुर लौट रहे थे, तभी लालमाटी चुंगी के पास दो बाइक से आए घातक हथियारों से लैस गुंडों ने उन्हें रोका। वे कुछ समझ पाते हमलावरों ने उन्हें घेरकर ताबड़तोड़ वार कर दिए। शुभम की मौके पर ही मौत हो गई। मानव श्रीवास्तव पर भी हमला बोल दिया। चाकू के कई वार लगने के बाद मानस ने बदमाशों के चंगुल से छूटकर जान बचाने दौड़ लगा दी। वह घायल हालत में 1.5 किलोमीटर सूरी तय करके दौड़ता हुआ रूम तक जा पहुंचा। जिसके बाद उसने साथ में रह रहे दूसरे दोस्तों को जानकारी दी। थोड़ी देर बाद मानस के मोबाइल पर घमापुर थाने की पुलिस का फोन आया। हमें बताया कि शुभम की शव सड़क किनारे मिला है। फिलहाल घमापुर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और अज्ञात आरोपियों की तलाश की जा रही है।
दोनों दोस्त कर रहे थे एमपीपीएससी की तैयारी
मृतक छात्र शुभम भूमरडे बालाघाट का रहने वाला था। हमले में घायल मानस श्रीवास्तव भी बालाघाट के ही रहने वाले थे। वे दोनों रूम पार्टनर भी थे। दो साल से घमापुर में कमरा किराए से लिए हुए हैं। दोनों पढ़ाई के साथ मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग (एमपीपीएससी) की भी तैयारी कर रहे थे।
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
रविवार सुबह शुभम और मानस के घरवालों को जानकारी दी गई। बेटे की हत्या की खबर मिलते ही परिजन बालाघाट से जबलपुर पहुंचे। होनहार बेटे की हत्या से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक के दोस्त ने बताया कि शुभम और मानस का कभी भी किसी से विवाद नहीं हुआ। दोनों ही पढ़ाई में होनहार हैं। रूम से कॉलेज और कॉलेज से रूम के अलावा उनका और कहीं जाना भी नहीं होता था। उन पर हमला किसने किया, यह समझ में नहीं आ रहा है। शुभम और मानस दो साल से जबलपुर में साथ रह रहे थे। शुभम रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से एमसीए की पढ़ाई कर रहे था, जबकि मानस श्रीवास्तव जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र हैं।