जबलपुर, संदीप कुमार। देश में इन दिनों चल रही हिन्दू मुसलमान सियासत के बीच नमाज (Namaz) को लेकर जबलपुर के लोगों ने एक अच्छी पहल की है। जबलपुर के मुस्लिम समुदाय ने तय किया है कि कल 3 मई को ईद पर पढ़ी जाने वाली नमाज सड़क पर नहीं होगी। इसे घर में , मस्जिदों में और ईदगाहों के अंदर ही पढ़ा जायेगा।
महाराष्ट्र में चल रही लाउस्पीकर पर अजान और हनुमान चालीसा की सियासत के बीच मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक अच्छी पहल हुई है। जबलपुर शहर में पिछले 20 सालों से चली आ रही परंपरा को आज मुस्लिम समुदाय और पुलिस प्रशासन ने मिलकर बदल दिया।
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जी हां इस बार ईद पर होने वाली नमाज सड़कों पर नहीं बल्कि मस्जिदों और ईदगाह के अंदर अता की जाएगी। पुलिस महकमे के साथ मुस्लिम समुदाय की हुई इस बैठक में इस बात का निर्णय लिया गया है कि कल ईद पर होने वाली नमाज ईदगाह के अंदर पढ़ी जाएगी यह फैसला ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए की गई है।
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इस मौके पर मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरु ने भी लोगों से अपील करते हुए कहा है कि, वह ईद पर होने वाली नमाज को अपने घरों पर, मस्जिद या फिर ईदगाह के अंदर अता करें । मुस्लिम धर्मगुरु ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की है कि ईद का त्यौहार शांतिपूर्वक तरीके से मनाएं। ताकि कौम और प्रदेश का नाम रोशन रहे।