Jabalpur News : धर्म को लेकर चल रही राजनीति और बयानबाजी पर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का बड़ा बयान आया है। उन्होंने धर्म और राजनीति को लेकर अंतर समझाया और राजनैतिक दलों को स्पष्ट शब्दों में पाठ पढ़ाया है। हिंदुत्व को लेकर शंकराचार्य ने बयान देते हुए धर्म और राजनीति की व्याख्या की है। उन्होंने कहा कि राजनीति में धर्म का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। धर्म की बात धर्माचार्य को तो जगत कल्याण की बात राजनीतिक हस्तियों को या दलों को करना चाहिए। अगर सनातन धर्म का नाम लेकर राजनीतिक लाभ अर्जित किया जा रहा है तो यह धर्म के लिहाज से बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। धर्म की रक्षा के लिए धर्माचार्य हैं तो समाज की रक्षा के लिए राजनीतिजज्ञों को काम करना चाहिए।
शंकराचार्य की प्रतिमा के लोकार्पण का उठाया मुद्दा
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा की राजनीति में धर्म का इस्तेमाल जमकर हो रहा है और उसके दुष्परिणाम भी सामने आ रहे हैं। पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के लोकार्पण का मुद्दा भी उठाया। उनका कहना था कि राजनीतिक फायदा लेने के लिए जल्दबाजी में इसका लोकार्पण कर दिया गया क्योंकि जिस वक्त प्रतिमा का लोकार्पण हुआ उस वक्त चतुर मास चल रहा था और चारों शंकराचार्य इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए।
इजरायल और फिलीस्तीन के बीच जारी युद्ध की निंदा
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने इजरायल और फिलीस्तीन के बीच जारी युद्ध की भी निंदा की उन्होंने कहा कि इस प्रकार से आपस में युद्ध करना कहीं से भी उचित नहीं है। आजादी के बाद से ही भारत गुट निरपेक्ष रहा है लेकिन युद्ध के इस मामले में भारत ने अपना रवैया बदला है जो सही नहीं है।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट