Jabalpur Street Dogs : जबलपुर के धनवंतरी नगर में रहने वाली एक महिला के घर पर पल रहे 40 से ज्यादा आवारा श्वानों को लेकर कॉलोनीवासियों में इस कदर तकरार बढ़ा कि मामला सीधे मेनका गांधी तक जा पहुंचा।
यह है पूरा मामला
जबलपुर की रहने वाली अनीता शर्मा नामक महिला स्ट्रीट डॉग्स की देखरेख का काम करती है उनके द्वारा शहर भर में घूम घूमकर ऐसे आवारा पशुओं को इलाज मुहैया कराया जाता है जो बीमार या घायल होते हैं। पिछले कुछ सालों में उनके द्वारा शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से 40 से ज्यादा आवारा कुत्तों को इकट्ठा कर धनवंतरी नगर के घर में इलाज कराया जा रहा है लेकिन उनकी यह दया अब दुख का कारण बन गई है। अनीता शर्मा द्वारा किए जा रहे इस काम से कॉलोनी वासी खासे गुस्से में हैं।
कॉलोनी के नागरिकों का कहना है कि रहवासी क्षेत्र के घर में 40 से ज्यादा आवारा श्वानों के रखे जाने से बच्चों की जहां पढ़ाई प्रभावित हो रही है तो वहीं बुजुर्गों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है दिन-रात कुत्तों के भौंकने की आवाजों से उनकी दिनचर्या जहां प्रभावित हो रही है तो वहीं कुत्तों के काटने का खौफ भी बना रहता है इसी को देखते हुए कॉलोनी वासियों ने पिछले दिनों नगर निगम से लेकर जिला प्रशासन के आला अधिकारियों से शिकायत की। नगर निगम का अमला जब कार्यवाही के लिए अनीता शर्मा के घर पहुंचा तो उन्होंने इसकी शिकायत सांसद मेनका गांधी से कर दी। सांसद मेनका गांधी ने अधिकारियों से कार्रवाई न करने की अपील की और अनीता शर्मा को भी कहा कि वे जल्द से जल्द आवारा श्वान को रहवासी क्षेत्र से दूर रखें।
दरअसल, अनीता शर्मा अपने कुछ साथियों के साथ बीमार और घायल श्वानों की देखरेख करती है और उनका। मानवीयता का यही कदम कई परिवारों के लिए दुख का कारण बन गया है। अनीता शर्मा चाहती है कि उनके इस काम में और भी लोग आगे आए और इस तरह के कामों में उनकी मदद करें। फिलहाल मेनका गांधी के दखल के बाद नगर निगम और जिला प्रशासन के अमले ने पशु प्रेमी अनीता शर्मा को जल्द से जल्द घर में पल रहे स्ट्रीट डॉग्स को रहवासी क्षेत्र से अलग करने की समझाइश दी है।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट