Jabalpur News : मासूम के सीने में आर-पार हुई लकड़ी, डाक्टरों ने ऑपरेशन कर दी नई जिंदगी

Amit Sengar
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Jabalpur News : जबलपुर नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के शिशु शल्य क्रिया विभाग में सर्जरी कर एक छोटे बच्चे की छाती में फंसी बांस की छड़ी को निकाला गया। दूरबीन द्वारा यह सर्जरी की गई। विभागध्यक्ष डॉ. विकेश अग्रवाल ने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के शिशु शल्य क्रिया विभाग ने एक छोटे बच्चे की छाती में बांस की छड़ी से छाती एवं फेफड़े को चीर देने वाली चोट की दूरबीन द्वारा सफल सर्जरी की गईं है।

यह है पूरा मामला

यह पूरी घटना दमोह जिले की है, जहां 4 साल का बच्चा पेड़ से नीचे गिर गया। जमीन पर बांस की पतली छड़ी पड़ी हुई थी, जो हृदय के ठीक बगल से छाती को चीरती हुई फंस गई थी। बच्चे के परिवार वाले उसे दमोह जिला अस्पताल लेकर पहृुंचे, जहां गंभीर स्थिति देखते हुए बच्चे को नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। शुक्रवार को अस्पताल के शिशु शल्य क्रिया विभाग में बच्चे को भर्ती किया गया था। शनिवार को चिकित्सकों ने ऑपरेशन किया।

बता दें कि सर्जरी करीब ढाई घंटे चली, जिसमें 10 सेमी के टुकड़े को बाहर निकाला गया। विभागाध्यक्ष डॉ विकेश अग्रवाल ने बताया कि छड़ी सुपीरियर वेन जो सीधे हार्ट में खुलती है उसके बाजू से छाती के उस पार फस गई थी। दूरबीन की सहायता से छड़ी को सभी महत्व पूर्ण अंगो को सुरक्षित रख निकाला गया। डॉक्टर विकेश अग्रवाल और डॉक्टर अक्षय पोल ने इस सर्जरी को किया। नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. विकेश अग्रवाल और डॉ. अक्षय पोल ने आपरेशन किया, जबकि डॉ. राजपाल सिसोदिया ने कैमरा सहयोग दिया। इसके साथ ही डॉ.राजेश मिश्रा ने जटिल एनेस्थीसिया और डॉक्टर आकांक्षा ने इमेजिंग से नेविगेशन गाइडेंस दिया।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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