Lok Sabha Election 2024 : लापरवाही की सजा, 4 अधिकारी निलंबित,13 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस

जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक सक्सेना ने मतदान दलों के प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहे 17 अधिकारी कर्मचारियों में से 04 को निलंबित कर दिया है, वही 13 को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक वेतनवृद्धि प्रभाव से रोकी गई है। माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश में यह पहली बड़ी कार्रवाई है जब इस तरह से अधिकारी और कर्मचारियों पर निलंबन और कारण बताओ नोटिस की गाज गिरी है।

Atul Saxena
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Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव में शासकीय कर्मचारियों और अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसीलिए उनको विशेष रूप से निर्वाचन आयोग निर्देश देता है और प्रशिक्षित भी करता है, निर्वाचन आयोग ने साफ़ कहा है कि इस कार्य में जरा सी भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी उसके बावजूद कुछ कर्मचारी अधिकारी लापरवाही करते हैं ऐसे ही 4 अधिकारियों को निलंबित किया गया है और 13 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किये गए हैं।

4 अधिकारी निलंबित, 13 कर्मचारियों को नोटिस 

लोकसभा चुनाव में बरती जा रही लापरवाही को लेकर जबलपुर जिला निर्वाचन अधिकारी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार शासकीय सुवकों को निलंबित कर दिया है, जबकि 13 को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस का स्पष्ट जवाब न मिलने पर इन शासकीय सेवकों पर भी निलंबन की गाज गिर सकती है। संभवता लोकसभा चुनाव में लापरवाही करने पर प्रदेश की ये पहली बड़ी कार्रवाई है।

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प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहना पड़ा भारी 

दरअसल लोकसभा निर्वाचन 2024 को लेकर मतदान दलों का जबलपुर के पी.एस.एम. महाविद्यालय एवं मॉडल हाई स्कूल में 28 मार्च से 31 मार्च तक तीन पारियों में प्रातः 08:00 बजे से शाम 05:30 बजे तक प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान पी.एस.एम. महाविद्यालय में कुल 1200 प्रशिक्षणार्थियों में से 11 प्रशिक्षणार्थी अनुपस्थित रहे एवं मॉडल हाई स्कूल जबलपुर में कुल 1920 प्रशिक्षणार्थियों में से 06 प्रशिक्षणार्थी अनुपस्थित रहे।

एक एक वेतन वृद्धि रोकने के भी निर्देश 

जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक सक्सेना ने मतदान दलों के प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहे 17 अधिकारी कर्मचारियों में से 04 को निलंबित कर दिया है, वही 13 को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक वेतनवृद्धि प्रभाव से रोकी गई है। माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश में यह पहली बड़ी कार्रवाई है जब इस तरह से अधिकारी और कर्मचारियों पर निलंबन और कारण बताओ नोटिस की गाज गिरी है।

जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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