Jabalpur News: भले ही भयंकर गर्मी के कारण सूरज आग उगल रहा हो, लेकिन मध्य प्रदेश शासन में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह बरसात के मौसम में होने वाले जल भराव को लेकर अभी से संजीदा नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद मंत्री राकेश सिंह ने जबलपुर सर्किट हाउस में जल भराव रोकने और बारिश से पहले नालों की साफ सफाई को लेकर एक बैठक की।
आचार संहिता के दौरान हुई बैठक
हालांकि, नियमों के तहत आचार संहिता लागू होने के दौरान कोई भी जनप्रतिनिधि, सरकारी अधिकारियों के साथ सरकारी भवन में किसी भी प्रकार की बैठक नहीं ले सकते हैं और न ही उसमें शामिल हो सकता हैं। फिर भी लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह की अध्यक्षता में बारिश के मौसम में होने वाले जल भराव के लिहाज से जबलपुर सर्किट हाउस में आयोजित होने वाली यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
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जलभराव की समस्या से निपटने का बनाया गया प्लान
इस बैठक में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के अलावा नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी और पार्षद मौजूद रहे। मंत्री राकेश सिंह की अध्यक्षता में जल भराव को रोकने के लिए हुई इस बैठक में जल भराव के कारणों, बचाव पर चर्चा के साथ नालों की सफाई को लेकर एक्शन प्लान बनाया गया, जिससे बरसात के मौसम में नालों से पानी की निकासी आसानी से हो सके। इसके अलावा नालों के कारण जल भराव के हालत न पैदा हो।
आचार संहिता के दौरान बैठक लेने पहुंचे मंत्री राकेश सिंह का कहना था कि आचार संहिता समाप्त होते-होते जून का पहला हफ़्ता बीत जाएगा। ऐसे में समय बहुत कम बचेगा, जिससे बारिश के दौरान पश्चिम विधानसभा सहित पूरे जबलपुर में पूर्व में हुई जल भराव की समस्या को देखते हुए यह बैठक आयोजित की गई है।
बकायदा अनुमति लेकर बुलाई गई बैठक
वहीं, आचार संहिता उल्लंघन को लेकर मंत्री राकेश सिंह का कहना था कि महाधिवक्ता से मिले अभिमत और जिला निर्वाचन अधिकारी से बाकायदा अनुमति लेकर बैठक बुलाई है। इसके लिए बाकायदा शासकीय भवन में बैठक को लेकर रसीद भी कटवाई गई है। बिना अनुमति यदि बैठक होती, तब वह आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट
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Shashank Baranwal
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खींचो न कमानों को न तलवार निकालो
जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो
मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।