MP News : जबलपुर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं का उपद्रव, कांग्रेस कार्यालय में हंगामा और तोड़फोड़, कमलनाथ ने सरकार पर उठाए सवाल

Shruty Kushwaha
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Bajrang Dal created ruckus : बजरंग दल को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। जबलपुर में आज बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। इन्होने रैली निकालकर जिला कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया और यहां जमकर तोड़फोड़ की। इन्होने पहले कांग्रेस कार्यालय के आगे प्रदर्शन किया और फिर यहां खूब तोड़फोड़ की गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मोर्चा संभाला। इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकाल पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। वहीं स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने मामले की शिकायत पुलिस में की है और कार्रवाई न होने पर जबलपुर बंद की चेतावनी दी है।

बजरंग दल पर बैन की बात से गुस्साए कार्यकर्ताओ का कहना है कि हमारा संगठन सामाजिक है जिसकी तुलना कांग्रेस ने पीएफआई से करके बहुत बड़ी गलत की है। हालांकि उन्होने इस तोड़फोड़ की घटना में अपना हाथ होने से इनकार किया और कहा कि हमारा कार्यक्रम शांतिपूर्ण था और जिन्होंने हंगामा किया है वह हम लोग नही थे। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को कहना है कि हमारा विरोध इस तरह से जारी रहेगा और जब तक कांग्रेस अपनी बातों को लेकर माफी नहीं मांगती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

इस हंगामे के बाद पूर्व वित्त मंत्री तनु भनोट, पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया,  विधायक विनय सक्सेना और नगर अध्यक्ष जगत बहादुर ने ASP प्रियंका शुक्ला से करीब 2 घंटा चर्चा की। कांग्रेस ने पुलिस अधीक्षक को अल्टीमेटम दिया है कि अगर रात 9 बजे तक लार्डगंज और कोतवाली थाना प्रभारी को सस्पेंड नही किया जाता है तो जबलपुर बंद किया जाएगा। कांग्रेसियों ने जबलपुर पुलिस को कुछ वीडियो भी सौंपे है।

बता दें कि कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव के लिए जारी घोषणा पत्र में बजरंग दल और पीएफआई को बैन करने की बात कही है और इसी के बादसे इस मुद्दे को लेकर हंगामा मचा हुआ है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने जबलपुर में हुई घटना पर क्षोभ जताते हुए ट्वीट किया है कि ‘आज जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में घुसकर नारेबाजी और तोड़फोड़ की। इससे भी ज्यादा दुख की बात यह है कि तोड़फोड़ करने वालों को रोकने में पुलिस ने कोई विशेष कार्यवाही नहीं की। मैं मुख्यमंत्री जी से जानना चाहता हूं कि क्या अब उनकी सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने सभी लोकतांत्रिक तरीके छोड़ दिए हैं और जनता के बीच पूरी तरह से पैर उखड़ने के बाद कांग्रेस पार्टी के ऊपर सीधा हमला करने का मन बना लिया है। मुख्यमंत्री जी, अगर आपकी लोकतंत्र में जरा भी आस्था है तो तोड़फोड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें और यह भी सुनिश्चित करें कि मध्यप्रदेश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी कहना चाहता हूं कि उन्हें अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए।’

जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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