जबलपुर | मध्यप्रदेश में सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर लाख सुधारने की कोशिश की गई पर सुधार नहीं हुआ लिहाजा सरकारी स्कूलों में इस स्तर को सुधारने के लिए अब निजी स्कूलों की तरह हर माह पेरेंस मीटिंग होगी। मध्यप्रदेश सहित जबलपुर में भी यह प्रक्रिया कल यानी कि 2 फरवरी से लागू हो रही है। जबलपुर जिले की 2253 सरकारी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में कल से छात्रों के परिजन और शिक्षक अपने बच्चों की प्रोग्रेस के विषय में चर्चा करेंगे।
दरअसल अभी तक मासिक पेरेंट्स मीटिंग सिर्फ निजी स्कूलों में हुआ करती थी पर अब यह पहल सरकारी स्कूलों में भी शुरू होने वाली है। राज्य सरकार के निर्देश पर कल 2 फरवरी से पूरे प्रदेश में यह प्रक्रिया शुरू हो रही है इसमें छात्रों के परिजन और शिक्षक साथ में बैठकर इस विषय में बात करेंगे कि उनके बेटे बेटियों के पढ़ाई किस स्तर की है और उसमें क्या सुधार की जा सकती है।जबलपुर जिले के डीपीसी डॉक्टर आरके चतुर्वेदी के मुताबिक राज्य सरकार के निर्देश मिले हैं कि अब हर माह सरकारी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में छात्रों के परिजन स्कूल में मीटिंग करेंगे इस चर्चा में यह देखा जाएगा कि छात्र की प्रोग्रेस रिपोर्ट क्या है। मीटिंग में जहां परिजन अपने बच्चों की पढ़ाई का स्तर शिक्षकों के सामने रखेंगे वहीं टीचर भी छात्र की पढ़ाई को परिजनों के सामने रखेंगे। गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों की पढ़ाई का स्तर निजी स्कूलों की अपेक्षा काफी नीचे है और इसी शिक्षा के गिरते स्तर को सुधारने के लिए राज्य सरकार ने यह नई कवायद कल 2 फरवरी से पूरे प्रदेश में शुरू की है।