जबलपुर में एक दिन पहले ही किया गया रावण का पुतला दहन, जानें क्या है अनोखी परंपरा

Amit Sengar
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जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर (Jabalpur) में बीते 70 सालों से चली आ रही अनोखी परंपरा के तहत इस साल भी दशहरे के एक दिन पहले ही जबलपुर में पंजाबी दशहरा धूमधाम से मना लिया गया। इसके लिए, शहर के ग्वारीघाट मैदान में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसे देखने बड़ी संख्या में लोग जुटे पंजाबी दशहरे में मंच से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों और बैंड की पेशकश की गई।

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इस आयोजन में भगवान श्रीराम-लक्ष्मण, माता सीता और रामभक्त हनुमान की अद्भुत झांकी निकाली गई और फिर वो पल आया जिसका सबको इंतजार था। पंजाबी दशहरे में यहां रावण के 61 फीट ऊंचे और मेघनाद के 55 फीट ऊंचे विशाल पुतलों का दहन किया गया। बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक रावण के दहन का ये नज़ारा गगनचुंबी आतिशबाजी के बीच देखने लायक था।

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पंजाबी दशहरे के इस कार्यक्रम का आयोजन हमेशा की तरह जबलपुर की पंजाबी हिन्दू एसोसिएशन द्वारा किया गया जिसके सदस्य और कांग्रेस विधायक तरुण भनोत ने एक दिन पहले मने दशहरे की सबको शुभकामनाएं दीं। इस दौरान मौजूद जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने कहा कि अधर्म पर धर्म की जीत के इस त्यौहार के साथ ही वो शहर के चौमुखी विकास का संकल्प ले रहे हैं।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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