जबलपुर| तीन दिनों तक देश भर में चली केन्द्रीय सुरक्षा संस्थानों की हड़ताल बिना किसी नतीजे के आज समाप्त हो गई। हालांकि प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने जल्द ही फिर अपनी एक नई रणनीति बनाने की तैयारी कर रहे है जिसमे की इन बार रेल्वे ओर अन्य केन्द्रीय कार्यालय शामिल होंगे। न्यू पेंशन स्कीम और निजीकरण के विरोध में देश भर के सुरक्षा संस्थान,डिपो और वर्कशाप तीन दिनों तक बंद रहे।बताया जा रहा है कि इन तीन दिनों में केंद्र सरकार को संस्थान बंद होने के चलते लाखो करोड़ो का न सिर्फ नुकसान हुआ बल्कि उत्पादन भी पूरी तरह से ठप्प रहने के चलते माल की कमी आ गई।जबलपुर में भी चारो फैक्ट्री के साथ साथ डिपो और वर्क शॉप में काम पूरी तरह से बंद रहा।तीनो बड़े फेडरेशन ने एक मत होकर केन्द्र सरकार के खिलाफ तीन दिवसीय हड़ताल बुलाई थी।aidef के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस एन पाठक ने कहा कि ये तीन दिनों की हड़ताल सरकार को झुकाने के लिए की गई थी।बीते 11 तारीख को हुई सरकार के मंत्रियों के साथ हुई वार्ता फेल हो गई थी।जिसके चलते ये तीन दिन की हड़ताल की गई।पर अब जो अगली लड़ाई है वो दिल्ली में होगी जिसकी की रणनीति तैयार की जा रही है और जिसका असर ये होगा कि अनिश्चितकालीन हड़ताल देश भर के सुरक्षा संस्थानों में होगा।
तीन दिनों तक चली केन्द्रीय सुरक्षा संस्थानों की हड़ताल बिना किसी नतीजे के समाप्त
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