जबलपुर, संदीप कुमार। शहर में स्थित टेलीकॉम ट्रेनिंग सेंटर (टीटीसी) को अब आंचलिक प्रशिक्षण केंद्र में परिवर्तित किया गया है। यह बात अब भारत सरकार के संचार मंत्रालय ने भी स्वीकार कर ली है। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के पास आए मंत्रालय के पत्र से इस बात का खुलासा हुआ है।
मंच ने 01 जनवरी 2020 को प्रधानमंत्री कार्यालय नई दिल्ली और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर टेलीकॉम क्षेत्र का जबलपुर में स्थित ऑल इंडिया ट्रेनिंग सेंटर का हेडक्वार्टर के विघटन या स्थानांतरण की आशंका जताई थी। इस पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने 15 जनवरी 2020 को संचार मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी थी। इस सिलसिले में भारत सरकार के संचार मंत्रालय ने स्वीकारोक्ति भेजी है। साथ ही बताया है कि जबलपुर से गाजियाबाद स्थानांतरण की प्रक्रिया जारी की गई है।
अंग्रेजों के जमाने से जबलपुर में स्थापित यह संस्था टीटीसी इस शहर की 150 वर्ष पुरानी विरासत है। समूचे भारत में यह जाना-माना प्रशिक्षण सेंटर है, जिसमें न केवल तकनीकी बल्कि कला क्षेत्र के कई आयोजन हर वर्ष किये जाते हैं। लेकिन अब इसका कद घटाकर जबलपुर का महत्व घटाया गया है, जो शहर की अस्मिता पर चोट है। नागरिक उपभोक्ता मंच के डॉ. पीजी नाजपांडे ने सांसद राकेश सिंह तथा राज्सभा सदस्य एड. विवेक तन्खा से अपील की है कि वे तत्काल हस्तक्षेप करें। बता दें कि उपभोक्ता मंच ने 01 जनवरी 2020 को ही पत्र लिखकर इन दोनों को आगाह किया था।