जबलपुर| जेल मे बंद कैदियो के उत्थान और उनके पुनर्वास के लिए बनी ओपन जेल का शुभारंभ जबलपुर मे हो गया है। होशंगाबाद के बाद जबलपुर स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस केन्द्रीय जेल मे ओपन जेल की शुरूआत की गई है। इस ओपन जेल को सुभद्रा कुमारी चैहान ओपन जेल नाम दिया गया है ।
है तो ये जेल की चार दिवारियाॅ ही …..लेकिन खुला आसमान और घर का ढांचा तैयार कर इसे ओपन जेल का नाम दिया गया है। जबलपुर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस केन्द्रीय जेल मे ओपन जेल की शुरूआत बुधवार से हो गई है। इस खुली जेल को सुभद्रा कुमारी चैहान ओपन जेल नाम दिया गया है जिसमे करीब 10 कमरे बनाए गए है। इस ओपन जेल के लिए 5 कैदियो का चयन किया गया है जो अपने परिवार के सदस्यो के साथ इस खुली जेल मे अब रह सकेंगे।
ओपन जेल का कंसेप्ट भारत मे ब्रिटेन से आया था | सबसे पहले बाॅम्बे मे इसकी शुरूआत की गई थी। बात मध्यप्रदेष की करे तो यहाॅ सबसे पहली ओपन जेल होशंगाबाद में बनाई गई थी जो करीब 17 एकड़ मे बनी है। वही प्रदेश की दूसरी ओपन जेल के रूप मे जबलपुर का नाम जुड़ गया है। बुधवार को सुभाषचंद्र बोस की जयंति अवसर पर इस खुली जेल का शुभारंभ राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री तरूण भानोत और लखन घनघोरिया की मौजूदगी मे किया गया।