भ्रमित करने के लिए इस चोर ने निकाला अजीब तरीका, सीसीटीवी में कैद, शॉक्ड हो गई पुलिस

Atul Saxena
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जबलपुर, संदीप कुमार। चोर (Thief) भी चोरी (Theft) करने के लिए अब अजीब तरीके अपना रहे हैं और ऐसा कर वो समझते हैं कि हम जनता अथवा पुलिस को भ्रमित करने में कामयाब हो जायेंगे लेकिन तीसरी आँख यानि सीसीटीवी कैमरे उनके इस भ्रम को तोड़ ही देते हैं।  ऐसा ही एक मामला जबलपुर का सामने आया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

मदन महल थाना प्रभारी नीरज वर्मा ने बताया कि 22 अगस्त को रानीपुर में रहने वाले मुकेश उपाध्याय ने शिकायत दर्ज करवाई कि वह 20 अगस्त को अपने ससुराल गया हुआ था। 22 अगस्त की शाम को जब वह घर लौटकर आता है तो देखता है कि घर पर पूरा सामान बिखरा हुआ पड़ा है। मुकेश उपाध्याय जब अलमारी को चेक करता है तो उस अलमारी से सोने चांदी के जेवरात सहित नगदी गायब रहती है।

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मुकेश उपाध्याय की शिकायत पर मदन महल थाना पुलिस धारा 457, 380 के तहत मामला दर्ज कर अज्ञात चोर की तलाश शुरू कर देती है। मदन महल थाना पुलिस जब घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगालती है तो देखती है कि एक महिला मुकेश उपाध्याय के घर पर रात के अंधेरे में घुस रही है। पुलिस जब और बारीकी से सीसीटीवी फुटेज देखती है तो समझ आता है कि यह कोई महिला नहीं बल्कि पुरुष है जो कि महिलाओं के कपड़े पहनकर चोरी कर रहा (theft by wearing women’s clothes) है।

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सीसीटीवी फुटेज को खंगालते हुए पुलिस चोर ऑटो चालक खेमसिंह मरावी तक पहुंच जाती है। पुलिस आटो चालक खेमसिंह को तलाश करती है तो उसका आटो मदन महल स्टेशन के पास खड़ा मिलता हैं। इसके बाद पुलिस खेमसिंह की तलाश करते हुए शहपुरा डिंडोरी पहुंचती है जहां से खेमसिंह मरावी को गिरफ्तार कर लेती है। पुलिस ने बताया कि 3 साल पहले मुकेश उपाध्याय के साथ खेमसिंह की मारपीट हुई थी उसी मारपीट का बदला लेने के लिए वह खेल मुकेश उपाध्याय के घर में घुसकर चोरी की थी।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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