JABALPUR NEWS : स्वतंत्रता दिवस के ठीक एक दिन पहले 14 अगस्त को संस्कारधानी जबलपुर में एक ढ़ाई साल की बच्ची नर्मदा की तेज लहरों के बीच 10 किलोमीटर तक तैरने वाली है। ढ़ाई साल की बच्ची का नाम ओजस्विनी मोथा है। ओजस्विनी जब छह साल की थी तभी से उसके पिता ने नर्मदा नदी में उसे तैरने के लिए छोड़ दिया था। 2022 में भी ओजस्विनी ने नर्मदा में कई किलोमीटर तक तैराकी की थी। इस दौरान उनके साथ जबलपुर तत्कालीन कलेक्टर डॉक्टर इलैया राजा टी भी साथ में थे। अब एक बार फ़िर ओजस्विनी नर्मदा में तैरने को तैयार है।
ओजस्विनी के पिता ही इसके गुरु
ओजस्विनी की बड़ी बहन भी है जो कुशल तैराक है। ढ़ाई साल की ओजस्विनी के पिता ही इसके गुरु है और वही अपनी दोनों बेटियों को तैरना सीखा रहें है। महज ढ़ाई साल की उम्र में ही ओजस्विनी कुशल तैराक बन गई है। चाहे कितना भी गहरा पानी हो या फ़िर कितना भी तेज बहाव ढ़ाई साल की बच्ची बहुत ही सरलता से तैरती है। ओजस्विनी के पिता अब उसे 1300 किलोमीटर तक तैराने की तैयारी कर रहें है, जो कि विश्व रिकार्ड होगा। बारिश हो, गर्मी हो या फ़िर ठंड रोजाना ओजस्विनी सुबह और शाम तैरने की प्रैक्टिस करती है, इस दौरान उनके पिता विनोद मोथा और बड़ी बहन 11 साल की माही भी साथ में रहती है।
अपना ही बनाया रिकार्ड स्वयं तोड़े
ढ़ाई साल की ओजस्विनी के पिता का कहना है कि मैंने कभी सोचा नही था कि मेरी बेटी इतनी कम उम्र में इतना अच्छा तैर सकती है। उन्होंने बताया कि 2022 में भी जिलहरी घाट से तिलवाराघाट तक तैरकर गई थी। सुरक्षा के नजर से ओजस्विनी के आसपास आठ से दस लोग रहते है जो कि उस पर नजर बनाए रखते है। विनोद का कहना है कि पिछले साल तिरंगा यात्रा में शामिल होकर नर्मदा नदी में इसने 10 किलोमीटर तक तैराकी की थी। और इस बार भी इसकी तैयारी है कि ये अपना ही बनाया रिकार्ड स्वयं तोड़े।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट