जबलपुर, संदीप कुमार। शातिर जालसाज (con) व्यक्ति ने अपनी असली पहचान छिपाते हुए खुद को हाईकोर्ट (High court) का बड़ा बाबू बताया और जल्द ही जज बनने की बात बोलकर शहर में किराए का कमरा लेकर एक युवती को अपने झांसे में ले लिया। इसके बाद उसने युवती के साथ दुष्कर्म (rape) किया और नौकरी लगाने के बहाने 50 हजार रुपए भी हड़प लिए।
रेप करने के बाद उसने युवती से बातचीत कर दी बंद
युवती ने महिला थाना में अपने साथ हुई घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई जिस पर महिला थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रेप और धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है। महिला थाना पुलिस ने बताया कि 30 वर्षीय युवती ने शिकायत दर्ज कराई है कि वह मूलत: मंडला जिले की निवासी है। वर्तमान में गढ़ा में किराए का कमरा लेकर रहती है और एक अस्पताल में गार्ड का काम करती है। पिछले साल आटो में नौकरी पर जाते समय उसकी मुलाकात बरगी निवासी 57 वर्षीय ओम प्रकाश मिश्र से हुई थी।
आरोपी ने छिपाई अपनी पहचान
आरोपी ओमप्रकाश मिश्र ने अपनी असली पहचान छिपाते हुए पीड़िता को बताया था कि उसका नाम रमेश तिवारी है और वह हाईकोर्ट में बड़ा बाबू है और जल्द ही जज बनने वाला है। इसके बाद ओमप्रकाश ने उसका मोबाइल नंबर ले लिया और दोनों की बातचीत होने लगी। बातचीत के दौरान ओमप्रकाश ने कहा कि वह उसकी सरकारी नौकरी लगवा देगा। ऐसा बोलकर नौकरी लगवाने के नाम पर ओमप्रकाश ने युवती से 50 हजार रुपए ले लिए और फिर और उसके घर जाकर रेप किया।
आरोपी महिला को ले गया था भोपाल घुमाने
पीड़िता ने पुलिस को बताया है कि ओमप्रकाश उसे नौकरी लगवाने के लिए जरुरी कामकाज बोलकर भोपाल भी ले गया था। वहां पर वल्लभ भवन भी घुमाया और होटल में एक साथ एक कमरे में रखकर वहां भी उसका रेप किया। होटल में जब ओमप्रकाश ने अपनी आईडी दी तो उसमें उसका असली नाम लिखा देखा था। तब उसे पता चला कि रमेश तिवारी नहीं इसका नाम ओम प्रकाश मिश्र है।
होमगार्ड से बर्खास्त हो चुका है आरोपी…..
महिला थाना टीआई शबाना परवेज ने बताया कि जांच अधिकारी सरस्वती नामदेव एवं आरक्षक अमन, अमित तथा सायबर सेल की मदद से आरोपी को पकड़ लिया गया है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी ओमप्रकाश मिश्र होमगार्ड का बर्खास्त सैनिक है। जो मूलत: सिहोरा का रहने वाला है एवं वर्तमान में बरगी में रह रहा था। इसके खिलाफ थाना सिविल लाइन में पूर्व में 420 का प्रकरण भी दर्ज हो चुका है, आरोपी के पास कई फर्जी आईडी मिली हैं, जिसमें उसे अलग-अलग नाम के दो आधार कार्ड भी है।