झाबुआ।
मध्यप्रदेश में बयानबाजी का दौर तेजी से चल रहा है, सत्तापक्ष कांग्रेस और विपक्ष की भूमिका निभा रही बीजेपी द्वारा एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे है।बार बार भाजपा द्वारा कांग्रेस को अल्पमत की सरकार की संज्ञा दी जा रही है और भाजपा उसे गिराने की धमकी दे रही है। अब झाबुआ विधायक ने कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ये अल्पमत की सरकार है इसे ज्यादा चलने नही देंगें। वही पर्यटन मंत्री सुरेंद्रसिंह बघेल को कमजोर दिमाग का बताया है और कहा है कि शैडो विधायक जैसा कोई पद ही नहीं होता, ये पद उनके कमजोर दिमाग की उपज है।
दरअसल, शनिवार को झाबुआ भाजपा विधायक गुमान सिंह डामोर भाजपा नेता प्रहलाद बंधवार की हत्या मामले में कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देने पहुंचे थे। जहां मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है, सरेआम भाजपा नेता को गोली मार दी जाती है, प्रदेश में अभी अल्पमत की सरकार है, इसे हम ज्यादा नहीं चलने देंगे। वही गुमानसिंह डामोर ने झाबुआ के प्रभारी मंत्री और कमलनाथ सरकार में पर्यटन मंत्री सुरेंद्रसिंह बघेल के हारे हुए डॉ. विक्रांत भूरिया को शेडो विधायक बताने के मामले पर में पलटवार करते हुए कहा कि लोकतंत्र में कोई अधिकारी या नेता किसी को विधायक या शेडो विधायक नहीं बना सकता। इसमें जनता अपना नेता चुनती है। मंत्री जी को नियम-कानून की जानकारी नहीं है। शैडो विधायक जैसा कोई पद नहीं होता, ये पद उनके कमजोर दिमाग की उपज है।
बताते चले कि दो दिन पहले पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल यहां पहुंचे थे।तब उन्होंने कांग्रेस सांसद कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को क्षेत्र का शैडो विधायक बताते हुए अधिकारियों को सभी योजनाओं की जानकारी उन्हें देने के लिए कहा था।पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल जो जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं, उन्होंने कलेक्टर-एसपी की मौजूदगी में हुई समीक्षा बैठक कांग्रेस सांसद के बेटे को अपना प्रतिनिधि बताते हुए अधिकारियों को सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी देने के निर्देश दिये थे। इस बैठक में जिले के थांदला, पेटलावद और जोबट के विधायक भी शामिल हुए थे।
बता दे कि इसके पहले नेताप्रतिपक्ष और भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय भी कांग्रेस को अल्पमत की सरकार बता चुके है और 7 दिन में गिराने की बात कह चुके है। सत्ता में आने के बाद से ही कांग्रेस बीजेपी के निशाने पर बनी हुई है। लगातार भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस पर हमले बोले जा रहे है।