भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के निर्देश मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अधिकारियों को दिए हैं, इन निर्देशों का पालन करने के लिए महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख ने विभागीय अधिकारियों को एक्टिव रहने का आदेश दिया है जिसके अच्छे रिजल्ट सामने आ रहे हैं इसी क्रम में आज इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने एक एकाउंटेंट को रिश्वत लेते रेंज हाथ गिरफ्तार किया है।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय इंदौर से मिली जानकारी के मुताबिक झाबुआ जिले की पेटलावद तहसील में स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय अम्बापाडा संकुल केन्द्र बोलासा, विकासखण्ड पेटलावद में पदस्थ माध्यमिक शिक्षक शांतिलाल वसुनिया ने एक शिकायती आवेदन उनके कार्यालय में दिया था।
एकाउंटेंट ने माध्यमिक शिक्षक से मांगी घूस
शिकायती आवेदन में शिक्षक शांतिलाल ने जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त कार्यालय झाबुआ में पदस्थ लेखापाल जामसिंह अमलियार पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाए, आवेदन में शिक्षक ने कहा उसने 29 अक्टूबर को अतिथि शिक्षकों की भर्ती में भाई भतीजावाद के आरोप लगाए थे और उसकी शिकायत की थी जिसके चलते उसे विभाग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
शिकायत का निपटारा करने मांगे 50,000 रुपये
शिक्षक शांतिलाल ने बताया कि नोटिस का जवाब उन्होंने दी गई दो दिन की अवधि में ही दे दिया था लेकिन सहायक आयुक्त कार्यालय जनजातीय कार्य विभाग के कार्यालय के एकाउंटेंट लेखापाल जामसिंह अमलियार ने उनकी शिकायत के निराकरण करवाने के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की, लेकिन दोनों एक बीच 20 हजार रुपये में सौदा फिक्स हो गया।
रिश्वत हाथ में आते ही एकाउंटेंट गिरफ्तार
शिक्षक की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस इंदौर ने एक्शन लिया और इसका सत्यापन कराया, सत्यापन में एकाउंटेंट ने 20 हजार रुपये रिश्वत की बात काही और आज रिश्वत की राशि देने की बात कही, दोनों के बीच हुई बातचीत के आधार पर लोकायुक्त पुलिस इंदौर की टीम आज निर्धारित समय पर झाबुआ पहुँच गई, पहली किस्त के रूप में शिक्षक शांतिलाल ने जैसे ही 14,500 रुपये एकाउंटेंट को दिए लोकयुक्त पुलिस ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।






