खंडवा। सुशील विधानि।
मध्यप्रदेश के खंडवा जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जिसमें स्वास्थ्य विभाग पर बच्चों को गलत तरह दवाई खिलाने के आरोप लग रहें है। साथ ही इस वजह से करीब 40 बच्चों के बीमार होने की जानकारी मिली है।
आपको बता दें कि यह मामला जिले के शिवरिया टांडा ग्राम का है। जो मुंदी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आता है। यहां पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों को गोलियां खिलौने के लिए 600 गोली माध्यमिक शाला शिवरिया टांडी के एक शिक्षिका को दिया गया था। जिसे बच्चों को खाना खाने के बाद देने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग कर्मियों के द्वारा दी गई थी और यह गोलियां मंगलवार को या बुधवार को देना था। परंतु माध्यमिक शाला के शिक्षकों द्वारा बच्चों को बुधवार 12:00 बजे गोली दी गई, वह भी खाली पेट इसके बाद बच्चों को मध्यान्ह भोजन का खाना दिया गया।
बच्चे अचानक हुए बीमार
जिसके बाद दोपहर में ही बच्चों की स्थिति खराब होने लगे ज्यादातर बच्चों की उम्र 5 से 10 साल के बीच में बताई जा रही है। करीब 40 बच्चे उल्टी-दस्त पेट दर्द, चक्कर एवं घबराहट आदि की शिकायत अपने माता पिता से करने लगे सारे गांव ��े बच्चे एक साथ जब यह शिकायत करने लगे तो गांव में हड़कंप की स्थिति बन गई। जो कि गंभीर चूक का परिणाम है, शिवरिया टांडा निवासियो लोगों ने इस मामले में पुलिस को जानकारी दी। मौके पर डायल हंड्रेड एवं स्वास्थ्य विभाग के 108 के जरिए तीन वाहनों से मुंदी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुरुवार शाम को लाया गया। जहां डॉक्टर गगन दिलावरे एवं डॉक्टर शांता तिर्की के द्वारा बच्चों का उपचार किया गया।
खाली पेट दी थीं गोलियां
वही अस्पताल में भी बच्चों ने बताया कि टीचर द्वारा हमें खाली पेट गोली दी गई थी। उसके बाद मध्यान भोजन दिया गया था तथा दोपहर से ही हम लोगों को घबराहट उल्टी दस्त चक्कर आने की समस्या हो गई। मुंदी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शाम को अचानक इतने सारे बच्चों के आयरन की गोली खाने से बीमारी की बात को लेकर काफी भीड़ मौजूद हो गई। हालांकि मामला बहुत ही नाजुक है , जो बच्चों कि जिंदगी से जुड़ा हुआ है बताने के बाद इस प्रकार की गंभीर चूक कैसे हुई यह जांच का विषय है। बच्चों को प्राथमिक उपचार देने के बाद उन्हें स्वास्थ्य केंद्र में ही जरूरी गोलियां एवं बांटने चढ़ाई गई।
मौके पर पहुंचा प्रशासनिक अमला
इस घटना से प्रशासनिक अमला भी सक्रिय हो गया मुंदी स्वास्थ्य केंद्र में मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारी चौहान, एसडीओपी पुलिस घनश्याम बामनिया, मुंदी थाना प्रभारी शिव निनामा, नायब तहसीलदार विनोद पौराणिक आदि भी मौके की नजाकत को देखते हुए तुरंत में बच्चों के मामले में जानकारी ली एवं डॉ शांता तरीके से बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर कोई भी लापरवाही नहीं बरतने की बात कही वही मुंदी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगातार बच्चों का आने का सिलसिला जारी है।
स्कूल प्रशासन को बताया जा रहा दोषी
इस मामले में प्रथम दृष्टया गलती स्कूल के शिक्षक की ही आ रही है। जब एनएम से इस मामले में मुंदी बी एम ओ शांता तिर्की ने पूछा तो उन्होंने फोन पर ही शिक्षक को फ��न लगा कर कहा कि जब आपको हम लोगों ने मंगलवार को आयरेन की गोली देने का कहा था तो फिर आप ने गुरुवार को कैसे दिया। आपको पहले भी बताया गया था कि बच्चों को खाना खाने के बाद ही आयरन की गोली देनी है, लेकिन बच्चे कह रहे हैं कि आप लोगों ने उन्हें खाली पेट की गोली खिलाई है। मुदी में रात तक प्रशासनिक अमला व पुलिस की टीम लगातार इस मामले में बच्चों के परिजन एवं डॉक्टरों के बीच में चर्चा कर रही है, की किसी भी तरीके से बच्चों को स्वास्थ्य लाभ मिले और उन्हें सही उपचार मिले डॉ भी प्रयास कर रहे हैं कि बच्चों को जल्द से जल्द ठीक किया जाए।
क्या बोले अधिकारी-
बच्चों को जो है समस्या हुई है वह बच्चों को आयरन की गोली खाली पेट ही खिला दी गई है जिसकी वजह से बच्चों को उल्टी दस्त पेट दर्द एवं घबराहट की शिकायत हो रही है उन्हें प्राथमिक उपचार दे दिया गया है और जल्द ही बच्चे स्वस्थ हो जाएंगे।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गगन दिलावरे
मुंदी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र