Khandwa News: जुआ खेलने का लालच देकर हत्या, जंगल में मिली लाश, सामने आई पूरी सच्चाई

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Khandwa News: खंडवा पुलिस ने एक ऐसे अंधे कत्ल का खुलासा किया है जिसमें जुआरियों ने मिलकर अपने एक साथी की हत्या कर लाश को खाई में फेंक दिया था। मृतक इंदौर का रहने वाला था। जिसे जुआ खेलने का लालच देकर खंडवा के जंगल में लाकर उसकी हत्या कर दी गई थी। इस केस पर पुलिस काफी मेहनत की और काफी कम समय में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

दरअसल, 24 फरवरी को एक व्यक्ति की ग्राम केनूद के जंगल में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला है। उसके चेहरे सिर और गर्दन पर धारदार हथियार से चोट लगने के निशान थे। साथ ही जख्मों में खून निकला हुआ था। मृतक की पहचान सुभाष पिता गेंदालाल शारदे निवासी हिम्मतनगर पालदा नाका इन्दौर के रूप में की गई। इस बात की जानकारी पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने दी है। घटना में उपलब्ध संकलित किये गये साक्ष्य के आधार पर आरोपी दीपक (पिता रामस्वरूप लोवंशी), सूरज प्रकाश प्रजापित जाति एवं छोटू उर्फ अनिकेत, सुरेश कुशवाह (निवासी पवनपुरी कॉलोनी तीन ईमली इंदौर) को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक पैसों के कारण जुआवारियों ने अपने ही साथ की हत्या कर दी। जंगल में हत्या करने के बाद लाश को खाई में फेंक दिया। साथ चेहरे पर बहुत क्षति पहुंचाई गई। ताकि लाश की पहचान भी ना हो सकते है। मामले की गंभीरता समझते हुए पॉलिक ने सख्त कार्यवाही की। सभी साक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए टीम द्वारा छानबीन की गई। तब जाकर आरोपियों की गिरफ़्तारी हुई है। फिलहाल, उनसे पूछताछ जारी है।
खंडवा से सुशील विधानी की रिपोर्ट


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News