खण्डवा। सुशील विधानि।
एक तरफ आकांक्षी जिलों की रैकिंग में स्वास्थ्य व पोषण के क्षेत्र में खण्डवा जिले को देश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। इस उपलब्धि पर खण्डवा जिले को नीति आयोग द्वारा 3 करोड़ रू. की सौगात दी जायेगी। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ कांत ने खण्डवा जिले के अधिकारियों की टीम के अथक प्रयासों से मिली इस उपलब्धि पर बधाई दी है तथा दूसरी तरफ अव्यवस्थाओं में गिरा स्वास्थ्य विभाग सुधरने का नाम ही नहीं ले रहा है आए दिन 108 की सुविधाओं का दुरुपयोग हो रहा है जिससे कई मरीजों की जान तक जा चुकी है वही खंडवा महिला हॉस्पिटल में( महिला लेडी बटलर )के सामने गंदगी और पानी के जमावड़े के कारण यातायात को दुर्गम का सामना करना पड़ रहा है कथा हास्पिटल में मरीजों को व्हील चेयर जैसी सुविधाएं के लिए अलग से पैसे देकर व्यवस्था जुटाना पड़ती है और ग्रामीण क्षेत्रों में 108 की सुविधा के लिए इंतजार कर मरीज मौत तक हो जाती है कुपोषण इतना ज्यादा प्रकोप रूप ले चुका है कि जो भारत में सबसे अधिक कुपोषित बच्चे खालवा ब्लॉक में ही पाए जाते हैं जिस पर कई प्रकार के एन जी ओ मोटी मोटी रकम कुपोषण के नाम पर वसूल कर अपनी फाइलें बनाते हैं जिस में सुधार के लिए पूर्व कलेक्टर ने भी कई गांव गोद लेकर सुधारने का प्रयास किया था आज भी कई सदियों पूर्व ग्रामीण क्षेत्रों में पुरानी प्रथा जैसे चचूआ जैसी प्रथाएं आज भी जीवित है जिनसे बच्चों को ही नहीं बड़े वयस्कों को भी दाऊ शरीर मैं पेट पर सरिए को गर्म कर चटके लगा कर ठीक करने की कोशिश में अपनी जान गवा ना पड़ती है ना आशा कार्यकर्ता व खालवा ब्लॉक के स्वास्थ्य अधिकारी बीएमओ और इसी प्रकार का कोई रोकथाम करने में सफल हो पाए हैं। जिला कलेक्टर तन्वी सुंदरियाल के सामने अब ये चुनोती होगी कि वे इन सभी अव्यवस्थाओं पर अंकुश लगा कर खंडवा को मिली नंबर वन बनाए रखें।
कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल से इस राशि को जिले के विकास पर व्यय करने के लिए व्यवस्थित कार्य योजना बनाने के लिए कहा है।
– कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल