खंडवा, सुशील विधानी। ओंकारेश्वर में लोगों को रहवास के लिए बांटे गए पट्टे अभी पूरी तरह वैलिड नहीं है। केवल चुनावी गतिविधियों के चलते यह पट्टे बांटे जा रहे हैं जिन पर नारायण पटेल और भाजपा का विरोध हो रहा है। स्थिति यह है कि वन विभाग, केंद्र सरकार और राज्य सरकार तीनों की अनापत्ति नहीं दी गई है। इसे लेकर नारायण पटेल का पूरे क्षेत्र में तगड़ा विरोध हो रहा है।
अभी तो कांग्रेस प्रत्याशी भी घोषित नहीं हुआ है कि भाजपाई आरोप लगा सके कि यह सब कांग्रेस प्रत्याशी की रणनीति है। नारायण पटेल को हर गांव से उल्टे पांव लौटना पड़ रहा है। ये मामला बीजेपी के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। हाल ही में मुंदी में स्वामी विवेकानंद जयंती के कार्यक्रम में भी बड़ा हंगामा हो गया, नारायण पटेल भी वहां पहुंचे थे। उनकी मौजूदगी में कम नाश्ते को लेकर विवाद उठ खड़े हुए थे। बताया जा रहा है कि एक पूर्व पार्षद ने भी तगड़ा विरोध किया कि उसने जिन लोगों को यहां बुलाया था उन्हें नाश्ता तक नहीं दिया गया। इसी के चलते यह मसला घरेलू विवाद में बदल गया और महिला के घर जाते ही पता नहीं किन परिस्थितियों में विवाद के बाद उसकी मौत हो गई। यह विवाद पारिवारिक बताया जा रहा है जिसमें परिजन ही फरार बताए गए हैं। रात भर कुछ थानों की पुलिस भी मुंदी में डटी रही, ताकि कुछ गड़बड़ हो तो व्यवस्था संभाली जा सके। बहरहाल, नारायण पटेल के लिए राह आसान नहीं दिखाई दे रही है।