खंडवा| सुशील विधानी| खंडवा जिला यूं तो समाज सेवा के नाम पर आगे रहता है लेकिन पिछले 3 दिन से बस स्टैंड पर एक महिला बुरी हालत में है, जिसके लिए खंडवा बस स्टैंड से कई लोगों ने 108 को फोन लगाकर सूचना की है इसके बावजूद भी इस महिला को कोई जिला अस्पताल तक नहीं पहुंचा पाया| इसके अलावा अनीता सिंह को फोन लगाकर भी बताया कि मैडम यहां पर एक महिला पिछले 3 दिन से बीमारी के हालत में है|
बता रहे हैं कि महिला पास के किसी ग्राम की है और उसके पति ने इसे होने के कारण छोड़ दिया है| जिससे वह पीड़ित होकर बस स्टैंड पर ही पड़ी है | वह इतनी असमर्थ है कि चल भी नहीं पा रही है इसे सहयोग की अपेक्षा है परंतु जिलों के एनजीओ महिलाओं के नाम पर वाहवाही तो लूटते हैं लेकिन महिलाओं को संरक्षण देने की बात आती है तो मुंह क्यों फेल लेते हैं | अनीता सिंह द्वारा केवल सुनकर यह कहा जाता है कि हमारे द्वारा इसको ले जाकर करेंगे क्या|
सवाल उठता है कि क्या खन्डवा की महिला सशक्ति केंद्र में महिलाओं को संरक्षण दिया जाता है या नाम मात्र के संस्था बना रखे हैं और पूरा मजा फंड का लिया जा रहा है| फोन करने के बावजूद तीन-तीन दिन अगर किसी महिला को जरूरत हो तब उन्हें उनका उपयोग नहीं मिले ऐसी संस्था की खन्डवा में क्या जरूरत सरकारी भवनों का और मिलने वाले फंड का लुफ्त उठाने वाली संस्थाएं आखिर क्यों मुंह मोड लेती है| मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ महिलाओं के संरक्षण की बात करते हैं लेकिन एक बेबस लाचार महिला खंडवा की सड़कों पर 3 दिन से पड़ी है लेकिन उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है | खंडवा जिले की कलेक्टर खुद महिला है लेकिन आखिर क्यों इस महिला को 3 दिन से सड़कों पर पड़े रहना पड़ा आखिर क्यों नहीं राज्य शासन की योजनाओं का लाभ इस महिला को मिल पाया