खंडवा।
पाकिस्तान पुलिस ने बुधवार को जिस भारतीय युवक को जासूस समझकर गिरफ्तार किया था, उसकी पहचान हो चुकी है। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के नर्मदानगर में रहने वाले एक भील परिवार ने उसे राजू लक्ष्मण भील (40) बताया है।पहचान होने के बाद पुलिस ने राजू को वापस भारत लाने की तैयारी शुरु कर दी है। पुलिस मुख्यालय ने अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय और खुफिया एजेंसियों को भेज दी है, जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, बीते 29 जुलाई को पाकिस्तान पुलिस ने डेरा गाजी खान (डीजी खान) जिले के राखी गज इलाके से मध्य प्रदेश के एक युवक को गिरफ्तार किया गया था। इस पर एमपी इंटेलिजेंस ने युवक की पहचान करने के लिए इंदौर और खंडवा में संभावित स्थानों पर पूछताछ की। इसी क्रम में बीती रात शनिवार को इंटेलिजेंस ने युवक की पहचान को स्थापित कर लिया। राजू के छोटे भाई दिलीप का कहना है कि शनिवार को उसके घर खुफिया पुलिस के कुछ लोग फोटो लेकर आए थे, जिससे उसकी पहचान राजू के रूप में की है।
बताया जा रहा है कि राजू मानसिक रूप से विक्षिप्त है।राजू के परिवार में पिता लक्ष्मण, मां बसंता, भाई दिलीप और बहन ममता है। राजू की शादी राजस्थान में हुई है। राजू साल 2018 की गर्मियों में आखिरी बार गांव में देखा गया था। राजू 5वीं कक्षा तक पढ़ा है और उसकी मानसिक स्थिति साल 2005 से यानी शादी के बाद खराब हुई है।लोगों का कहना है कि पत्नी के घर से चले जाने के बाद से राजू घर से 1 से 2 महीनों तक बाहर ही रहता था। राजू पिछले 6-7 महीने से घर नहीं आया है, हालांकि राजू को ओंकरेश्वर के आसपास साधू संतों के साथ घूमता देखा गया था, वह गांजा और चिलम पीता है। इसके बाद से उसकी कोई जानकारी नही।
वही मिली जानकारी के अनुसार, 15 साल पहले ओंकारेश्वर बांध के कारण राजू का गांव डूब गया था, तभी से पूरा परिवार इंधावड़ी इलाके में आकर रहने लगा। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, राजू ने इंधावड़ी, जिला खंडवा का पता बताया है। फिलहाल पहचान होने के बाद पुलिस मुख्यालय ने गृह मंत्रालय और खुफिया एजेंसियों को भेज दी है। जल्द ही राजू को भारत लाने की तैयारी की जाएगी।