उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। आज कार्तिक पूर्णिमा (Kartika Purnima) है। आज के दिन उज्जैन की शिप्रा नदी के तट पर स्नान करने के लिए लाखों श्रद्धालुओं का सैलाब देखने को मिला। आज उज्जैन के रामघाट के साथ अन्य घाटों पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। बता दे, सूतक लगने से पहले ही कई लोगों ने घाटों पर पूर्णिमा के दिन स्नान कर लिया था। आज चंद्र ग्रहण भी है इस वजह से मंदिरों के पट बंद है। इसलिए लोग घाटों पर से स्नान कर के ही घर लौट रहे हैं।
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इतना ही नहीं ये भी बताया जा रहा है कि आज ग्रहण होने की वजह से मंगलनाथ मंदिर में भात पूजा भी नहीं हो पाई। लेकिन आज के दिन घाटों पर स्नान करने और दीप दान करने का काफी ज्यादा महत्त्व माना गया है। इसलिए इस दिन लोगों ने खूब दान भी किए और घाटों पर दीप दान भी किए गए। बता दे, कार्तिक पूर्णिमा से पहले बैकुंठ चतुर्दशी के दिन सिद्धवट घाट पर हजारों भक्तों ने स्नान किया था। साथ ही सिद्धवट पर दूध भी अर्पित किया गया।
खास बात तो ये है कि जब से महाकाल लोक बन कर तैयार हुआ है तब से ही भक्तों की काफी ज्यादा भीड़ उज्जैन में देखने को मिल रही है। दूर दूर से लोग यहां बबा महाकाल के दर्शन के लिए आ रहे हैं। वहीं उज्जैन आने वाले लोगों की वजह से इंदौर में भी पर्यटकों की भीड़ देखने को मिल रही है। आज कार्तिक पूर्णिमा के दिन लाखों भक्त स्नान करने के लिए घाटों पर पहुंचे इस वजह से कइयों को ट्रैफिक में भी घंटों तक खड़ा रहना पड़ा। आज भैरवगढ़ तक दिनभर जाम की स्थिति बनी रही।





