Corona New Variant : देशभर में एक बार फिर कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते नजर आ रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए और नए वैरिएंट JN.1 के मामले सामने आने के बाद केंद्र सरकार द्वारा नई एडवाइजरी जारी कर दी गई है। साथ ही राज्यों को दिशा-निर्देश भी भेज दिए गए हैं। उस दिशा निर्देश में लापरवाही नहीं बरतने को कहा गया है। जो नई गाइडलाइन जारी की गई है उसे पूरे मध्यप्रदेश में लागू कर दिया गया है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खुद इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि कोविड के नए वैरिएंट को लेकर केंद्र द्वारा जो गाइडलाइन जारी की गई है वो हमने पूरे प्रदेश में लागू की है। पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमें कोविड से जीत मिली है। ऐसे में अभी भी प्रदेश में कोविड के साथ ही दूसरी सभी बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी दक्षता से काम कर रहा है।
कोविड के नए वैरिएंट को लेकर भारत सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की है वह हमने पूरे प्रदेश में लागू की है।
पहले भी माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में कोविड से हमें जीत मिली।
कोविड के साथ ही दूसरी सभी बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी दक्षता से… pic.twitter.com/1XstdHsyMi
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) December 18, 2023
जानें क्या है नया वैरिएंट JN.1?
जानकारी के मुताबिक, नए वैरिएंट JN.1 की वजह से भारत में 24 घंटे में 5 मौत हो गई है वहीं 335 से ज्यादा मामले सामने आए है। केरल में इस वैरिएंट का नया मामला सामने आया था। दरअसल, 79 साल की एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद 15 दिसंबर तक देश में JN.1 के कुल 7 केस सामने आए थे। वहीं अब मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं जो एक बार फिर लोगों को दशहत में डाल रहे हैं। चलिए जानते हैं क्या है नया वैरिएंट JN.1?
आपको बता दें, नए वैरिएंट JN.1 BA.2.86 वैरिएंट का वंशज है। इसे पिरोला के नाम से भी जाना जाता है। इसका पहला मामला सितंबर में अमेरिका में सामने आया था। दरअसल, जेएन.1 में पिरोला की तुलना में स्पाइक प्रोटीन पर केवल एक अतिरिक्त म्यूटेशन होता है। वहीं पिरोला में स्पाइक प्रोटीन पर 30 से अधिक म्यूटेशन होते हैं। ये इम्यून सिस्टम को भी चकमा देने में सक्षम होता है। इसके लक्षण भी कोरोना की तरह ही है। इस वैरिएंट में बुखार, सिर दर्द, बहती नाक, गले में खराश, पेट दर्द, दस्त, उलटी आदि होती है।
ऐसे कर सकते हैं बचाव
SARS-CoV 2 के लिए वैक्सीन का टीका जरूर लगवाएं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। इन्फ्लूएंजा का वैक्सीन लगवाएं। फेफड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सर्दी से बचाव के उपाय अवश्य करें।