लोकायुक्त की बड़ी करवाई, नगर पालिका के सब इंजीनियर को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा

Amit Sengar
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मंदसौर,डेस्क रिपोर्ट। भ्रष्टाचार पर सरकार के लगातार एक्शन के बाद भी अधिकारी कर्मचारी रिश्वत (Bribe) लेने से नहीं घबराते। उन्हें ना तो अपनी प्रतिष्ठा जाने का डर है और ना ही नौकरी पर खतरे की चिंता। इसी क्रम में मंदसौर (mandsaur) में लोकायुक्त पुलिस ने आज (4 नवंबर) एक और भ्रष्ट कर्मचारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आपको बता दें कि लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने मंदसौर में नगर पालिका के सब इंजीनियर को 8 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जैसे ही इस कार्रवाई की सूचना मिलते ही नपा कार्यालय में हड़कंप सा मच गया।

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बता दें कि लोकायुक्त पुलिस की गिरफ्त में आए सब इंजीनियर का नाम महेश हाड़ा है। आरोपी महेश मंदसौर में नगर पालिका के सब इंजीनियर पर पदस्थ गोपाल दास से मकान नामांतरण करने के बदले 30 हजार रुपए मांगे थे। जबकि फरियादी ने 28 अक्टूबर को 20 हजार दिए थे। इसके बाद भी 10 हजार की मांग की जा रही थी। परेशान होकर फरियादी गोपाल ने इसकी शिकायत 1 नवंबर को लोकायुक्त उज्जैन से की। इनके बाद लोकायुक्त की टीम ने इंजीनियर को ट्रेप करने की रणनीति बनाई।

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लोकायुक्त की बड़ी करवाई, नगर पालिका के सब इंजीनियर को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा

शिकायत के बाद आज रणनीति के तहत फरियादी ने आरोपी इंजीनियर को 8 हजार रुपए देने की बात कही। इसके बाद इंजीनियर ने पशुपतिनाथ मंदिर प्रांगण में लग रहे मेले में रुपए लेकर बुलाया। और जब रुपए लेने की बारी आई तो चालाक इंजीनियर ने स्वयं रुपए अपने हाथों में नहीं लेते हुए अपने सहयोगी कर्मचारी सुनील माली को दिलवाए। वहां पहले से तैयार लोकायुक्त की टीम ने दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम ने सब इंजीनियर महेश हाड़ा और उसके सहयोगी सुनील माली को साथ देर में आरोपी बनाया है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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