इंदौर, आकाश धोलपुरे। इंदौर में एक नाबालिग छात्रा को कानून की मदद के लिये मिन्नतें मांगनी पड़ रही हैं। यहां छात्रा ने बदमाशों के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने के भी कई प्रयास किये लेकिन कोई मदद नहीं मिली, जिसके चलते छात्रा ने डीआईजी कार्यालय में आत्मदाह करने की कोशिश की।
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मामला इंदौर के पलासिया थाना क्षेत्र स्थित बड़ी ग्वालटोली के तिरुपति कॉलोनी का है जहां रहने वाली एक नाबालिग छात्रा के साथ आये दिन क्षेत्रीय बदमाश छेड़छाड़ करते हैं। उसका रेप करने और उसे जान से मारने की धमकी भी देते हैं। जिसपर बदमाशों से तंग आकर कई बार छात्रा ने पलासिया पुलिस को शिकायत भी दर्ज कराने की कोशिश लेकिन छात्रा का आरोप है कि बदमाशों के रसूख के चलते उसकी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की जा रही है। शुक्रवार को छात्रा इंदौर के डीआईजी कार्यालय पहुंची और यहां उसने खुद पर घासलेट डालकर आत्मदाह की कोशिश की लेकिन वहां मौजूद मीडियाकर्मियों ने नाबालिग छात्रा को आत्मघाती कदम उठाने से रोक दिया। जिसके बाद हताश होकर छात्रा ने अपनी आपबीती मीडिया और डीआईजी कार्यालय में मौजूद पुलिस अधिकारियों को बताई।
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छात्रा का आरोप है कि वो क्षेत्र के बदमाशों की छेड़छाड़ से इतना तंग आ चुकी है उसने अपनी पढ़ाई तक छोड़ दी है। छात्रा ने लिखित शिकायत में शुभम, यश, नितिन, जानू, पुनीत और विकास सोनकर पर गम्भीर आरोप लगाए हैं। जानकारी के अनुसार छात्रा की सुनवाई पलासिया थाने पर नहीं हो रही थी लिहाजा, आज उसने आत्मदाह करने की कोशिश कर पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई है। छात्रा का आरोप है सभी बदमाश उसे आते-जाते वक्त बुरी तरह से कमेंट्स करते हैं, यहां तक कि उसका रेप तक करने की धमकी देते हैं। इतना ही नहीं कई बार तो उसकी माँ यदि रास्ते में अकेली जा रही होती है तो उसके साथ भी छेड़छाड़ कर फब्तियां कसते हैं। हाल ही में बदमाशों ने उसके परिजनों के साथ मारपीट भी की थी जिसके चलते जिस घर में वो पिछले 8 साल से किराये से रहती थी उसे मजबूरी में उसे छोड़ना पड़ा।
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इस मामले को लेकर छात्रा की मांग है कि उन बदमाशों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उसे अपनी जान का खतरा है जिसके लिये पुलिस उसकी मदद करे। इधर, डीआईजी कार्यालय पर मौजूद बीएचपी हेडक्वार्टर अजय वाजपेयी ने बताया की छात्रा कोई ज्वलनशील पदार्थ लेकर आई थी लेकिन वो कुछ गलत कर पाती उसके पहले ही उसे रोक दिया। फिलहाल, इस मामले में अब पलासिया पुलिस पर सवाल उठ रहे है।