12 वीं की परीक्षा के पेपर लीक , प्रशासन नहीं तोड़ रही चुप्पी

Manisha Kumari Pandey
Published on -

मुरैना, संजय दीक्षित। गुरुवार को मुरैना जिले में Higher secondary की 12 वीं की परीक्षा के अंग्रेजी ( English ) का पेपर लीक होने से हड़कंप मच चुका है । हालांकि अब तक आधिकारिक तौर पर वायरल पेपर की पुष्टि नहीं की गई  है । बताया गया कि उपद्रवियों के द्वारा अंग्रेजी का पेपर वायरल कर दिया गया था,  लेकिन प्रशासन का कहना था कि, वायरल पेपर की पुष्टि पेपर खत्म होने के बाद ही की जाएगी।

दूसरा ओर ऐसा ही एक मामला मुरैना में कक्षा 12वीं के अंग्रेजी के पेपर में देखने को मिला जहां हाई टेक्निक नकल देखी गई,  जिसमें बाहर पुलिस का पुख्ता इंतजाम भी किया गया था । लेकिन कथित तौर पर अंदर बच्चों को बोल -बोलकर नकल कराई जा रही थी। जिसके बाद बाहर खड़े धारा 144 का उल्लंघन कर रहे लोग भी पर्चियां लिख -लिख कर व्हाट्सअप पर भेज रहे थे। सूत्रों की माने तो , व्हाट्सएप पर प्रश्नों के हल करने के बाद उत्तर भेजा जा रहा था।बाहर तैयार बैठे ट्यूशन शिक्षकों ने व्हाट्सएप पर उनके ही उत्तर लिखकर  व्हाट्सएप पर भेज दिए और उत्तर को कक्षा में शिक्षक बोल- बोल कर लिखवा रहे थे।

यह भी पढ़े … इंदौर में गीले कचरे से होगा ईंधन production , एशिया में सबसे बड़ा Bio -CNG प्लांट इंदौर में स्थापित

गुरुवार को 12वीं का अंग्रेजी का पेपर था , जिसमें पुलिस को भी बाहर बिठा दिया गया। जिससे कोई भी उपद्रवी या असामाजिक तत्वों के लोग स्कूल कक्ष के अंदर प्रवेश न करें। इसके लिए पुलिस की व्यवस्था भी की गई थी, लेकिन जब स्कूल से थोड़ी ही दूर देखा गया तो कई लोग  व्हाट्सएप पर पर्चीया लिख- लिख कर भेज रहे थे। स्कूल के अंदर शिक्षा के स्टाफ की मदद से इस कारनामे को अंजाम दिया जा रहा था। दरवाजे पर जो पुलिसकर्मी बैठे हुए थे , उनसे थोड़ी ही दूरी पर निजी स्कूलों के छात्र और शिक्षक झुंड लगा कर बैठे हुए थे, जबकि प्रशासन द्वारा धारा 144 लगाई गई थी ।

12 वीं की परीक्षा के पेपर लीक , प्रशासन नहीं तोड़ रही चुप्पी
लीक हुआ इंग्लिश का पेपर

12 वीं की परीक्षा के पेपर लीक , प्रशासन नहीं तोड़ रही चुप्पी

बच्चों को बैठने के लिए टेबल तक उपलब्ध नहीं करवाया गया , उनको धरती पर ही टाट पट्टी पर बिठाकर परीक्षा देने को मजबूर होना पड़ा । जांच करने पर पता चला की स्कूल के चारों तरफ से खिड़कियां खुली हुई थी और  परीक्षा में पर्यवेक्षक छात्रों को बोल -बोल कर उत्तर बताने में मगन थे। उनकी आवाज नीचे खड़े होकर साफ सुनाई दे रही थी, मुरैना जिले के 2 स्कूलों की स्थिति सामने आई है ।

हालांकि  प्रशासन द्वारा परीक्षा कक्ष में शिक्षकों या परीक्षार्थी किसी को भी मोबाइल ले जाने पर पूर्णतया प्रतिबंधित किया गया था,  लेकिन इसके बावजूद भी धड़ल्ले से मोबाइल को परीक्षा केंद्र में अंदर ले जाकर नकल कराने का मामला सामने आया । मोबाइल कोई और नहीं बल्कि पर्यवेक्षक ले जा रहे हैं। इस पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष शर्मा का कहना है कि,  परीक्षा कक्ष में किसी को भी मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं है । अगर परीक्षा कक्ष में कोई भी पर्यवेक्षक या शिक्षक मोबाइल ले जाता हुआ पकड़ा जाता है,  तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल परीक्षा पूरी  हो चुकी है , लेकिन कल से  सख्ती की जाएगी।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News