दूल्हा बनना चाहता है कुख्यात डकैत, लड़की के पिता ने मना किया तो किया चाचा का अपहरण

Atul Saxena
Published on -

मुरैना, संजय दीक्षित। 70 हजार का इनामी कुख्यात डकैत गुड्डा गुर्जर (Dacoit Gudda Gurjar) 50 साल की उम्र में शादी करना चाहता है। खास बात ये है कि डकैत गुड्डा जिस लड़की से शादी करना चाहता है उसके पिता ने शादी से इंकार कर दिया इससे नाराज होकर डकैत ने लड़की के चाचा का अपहरण कर लिया और जंगलों में फरार हो गया है।  परेशान पिता ने एसपी ऑफिस (Morena Police) पहुंचकर डकैत से बचाने और भाई को मुक्त कराने की गुहार लगाई है।

ग्वालियर-चंबल संभाग के कुख्यात डकैत अब शादी करना चाहता है। मुरैना पुलिस द्वारा 70 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। गुड्‌डा गुर्जर मेहताब सिंह की लड़की से शादी करना चाहता है लेकिन पिता ने उसकी मांग नहीं मानी  तो उसने लड़की के चाचा पंजाब सिंह का अपहरण कर लिया, गुड्‌डा गुर्जर पर हत्या, लूट व अपहरण सहित लगभग तीन दर्जन मामले विभिन्न पुलिस थानों में लंबित हैं।

ये भी पढ़ें – लिव इन पार्टनर ने गला दबाकर की हत्या, महिला कर रही थी ब्लैकमेल

डकैत गुड्डा गुर्जर का आतंक ग्वालियर चंबल संभाग के अलावा राजस्थान के धौलपुर में भी है। पुलिस को उसकी तलाश है  लेकिन हर बार वो चकमा देकर भाग जाता है। डकैत  की मांग से परेशान और भाई के लिए चिंतित मेहताब सिंह ने गुरुवार को एसपी ऑफिस पहुंचकर एडिशनल एसपी रायसिंह नरवरिया से अपने भाई व बेटी को बचाने की गुहार लगाई है।

ये भी पढ़ें – अधिकारी का अनुभव, दारु पीने वाला कभी झूठ नहीं बोलता

परेशान मेहताब सिंह निवासी खो गांव  जिला मुरैना ने बताया कि डकैत गुड्‌डा गुर्जर उसकी बेटी से शादी करना चाहता है इस पर मेहताब सिंह तैयार नहीं हुआ, जब मेहताब सिंह शादी के लिए राजी नहीं हुआ तो डकैत गुड्‌डा गुर्जर ने उसके भाई पंजाब सिंह गुर्जर का 17 नवंबर को अपहरण कर लिया। अपने भाई का अपहरण होने के बाद मेहताब सिंह दौड़ा-दौड़ा पुलिस पहाडगढ़ थाने पहुंचा और इस संबंध में अपनी रिपोर्ट दर्ज कराई।

ये भी पढ़ें – अब मेट्रो से भी जुड़ेगा जनजाति गौरव, शिवराज शुक्रवार को करेंगे शुरुआत

फरियादी ने पहाड़गढ़ पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसने गुड्‌डा गुर्जर को पहाड़गढ़ के ईश्वरा की ख़िरखाई के जंगलों में गिरोह के साथ देखा था। उसने इस बात की सूचना पहाड़गढ़ थाना पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने वहां जाकर दबिश नहीं दी।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News