मुरैना, संजय दीक्षित। मुरैना जिले की पुलिस ने एक ऐसे नकली सिपाही (Fake Constable) को गिरफ्तार किया है जो पुलिस की नकली वर्दी पहनकर लोगों के साथ ठगी करता था। आरोपी पुलिस में सिपाही बनना चाहता था लेकिन जब उसका सपना पूरा नहीं हुआ तो उसने नकली वर्दी पहन ली लेकिन उसकी छोटी से चूक ने उसे हवालात पहुंचा दिया।
कहते हैं ना कि चोर की दाढ़ी में तिनका। ऐसा ही तिनका इस नकली सिपाही (Fake Constable) ने अपनी वर्दी में छोड़ दिया जिससे पुलिस का शक पक्का हो गया और वो हवालात पहुँच गया। दरअसल मुरैना की कैलारस थाना पुलिस ने नकली सिपाही (Fake Constable) बनकर सबलगढ़ व पहाड़गढ़ के दुकानदारों से ठगी करने वाले नकली सिपाही रिंकू ठाकुर उर्फ विनय उइके निवासी छिंदवाड़ा को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में नकली सिपाही ने बताया कि उसने पुलिस में भर्ती होने के लिए दो तीन बार प्रयास किये लेकिन सफलता नहीं मिली तो उसने नकली वर्दी पहनकर ठगी शुरू कर दी।
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पुलिस ने जब रिंकू ठाकुर को कैलारस पुलिस ने जब पहाड़गढ़ से गिरफ्तार किया तो वह मध्य प्रदेश पुलिस की नकली वर्दी पहने हुए था और उसके पास लाल कलर की बाइक की नंबर प्लेट पर भी पुलिस लिखा हुआ था। पुलिस को तब शक हुआ जब नकली सिपाही की वर्दी पर पुलिस का नीले रंग का कपड़े का बैज बाएं हाथ की जगह दाएं हाथ पर लगा हुआ था। इसके अलवा बालों की कटिंग व शेविंग को देखकर भी पुलिस का शक गहराया। पुलिस उसे पकड़ कर पूछताछ के लिए थाने ले गई । वहां उसने सारे जुर्म कबूल किये है।
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आरोपी रिंकू ठाकुर ने पुलिस को बताया कि सिपाही बनने के लिए दो-तीन बार पुलिस की भर्ती देखने गया लेकिन सिपाही बनने की तमन्ना पूरी नहीं हुई तो उसने शौक पूरा करने के लिए खुद नकली वर्दी बनवाकर पहन ली। उन लोगों को ठगने के लिए वह असली सिपाहियों से दोस्ती कर उन्हें सामान खरीदने के बहाने दुकान पर ले जाता और व्यापारी से परिचय के बाद उन्हीं दुकानदारों से वर्दी के रूप में सामान लेकर चला जाता था। रिंकू ठाकुर करीब 14000 रुपये के सामान की सभी दुकानदार से ठगी कर चुका था। पुलिस ने आरोपी रिंकू ठाकुर के खिलाफ धारा 420, 419, 171, 177, 411 के तहत मामला दर्ज किया है।