मुरैना : वन विभाग की लापरवाही से अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली ने 3 महिलाओं को मारी टक्कर,1 की मौत 2 घायल

Amit Sengar
Updated on -

मुरैना,संजय दीक्षित। जिले में नेशनल हाईवे पर अवैध रेत से परिवहन करने वाले ट्रैक्टर ट्रालियों द्वारा आए दिन घटना घटित होती रहती है। लेकिन वन विभाग और पुलिस प्रशासन अंकुश लगा पाने में नाकाम साबित होता दिखाई पड़ रहा है। बता दें कि इससे पहले भी रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली ने गंज रामपुर के पास फेरा करने के लिए जा रहे परिवार को टक्कर मार दी जिसमें करीब 12 लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद भी प्रशासन ने अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली चालकों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की।

यह भी पढ़े…भोपाल : अवैध रेत उत्खनन मामले को लेकर कांग्रेस विधायक ने सरकार पर बोला हमला, देखें वीडियो

दरअसल, आज नेशनल हाईवे 3 पर स्थित जैन मंदिर के पास देखने को मिला जहां अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली का परिवहन करके ले जा रहे ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ने के लिए वन विभाग के अधिकारियों ने डंपर को लेकर आगे लगवा दिया। तभी जैन मंदिर के सामने रेत से भरी हुई ट्रैक्टर ट्रॉली को मोड़ने की कोशिश कर रहा तभी सड़क के पास खड़ी तीनों महिलाओं को ट्रेक्टर ने टक्कर मार दी। जिसमें मोके पर ही 1 महिला की मौत हो गई। जबकि 2 महिलाएं गभीर रूप से घायल हो गई। और घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में उपचार के लिए भेज दिया गया।

यह भी पढ़े…अब दुबई से इंदौर आने वालों के लिए सात दिन का होम क्वारंटाइन जरूरी

इसके साथ ही मृतक के परिजनों ने करीब 1 घंटे तक हाइवे को जाम कर दिया और उन्होंने डीएफओ और डम्पर चालक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग पर अड़े रहे। काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के परिजनों को आश्वासन दिया और मामला दर्ज करने की बात कही हैं।

यह भी पढ़े…Datiya News: क्रांतिकारी संजय बेचैन कल दतिया दौरे पर, धरने पर बैठे आदिवासियों के हितों की करेंगे बात

हम आपको बता दें कि ममता पत्नी शिवकुमार उम्र 28 की मौत हो गयी जबकि सुनीता पत्नी रामबरन उम्र 40, मंजू पत्नी बल्लभ सिंह उम्र 35 लोधी नरवरिया निवासी सांगोरिया को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया हैं। वही परिजनों का आरोप हैं कि वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए।


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News